द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार प्रसार थम चुका है. तीन नवंबर को बिहार के कई जिलों में चुनाव होना है. लेकिन इसके पहले से ही बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज है. दरअसल, पीएम मोदी रविवार को बिहार आए थे. जिसको लेकर बिहार में घमासान मचा हुआ है.
खबर के मुताबिक़, महागठबंधन ने चुनावी दांव खेल दिया है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर लगातार हमलावर नज़र आ रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जब वह सीएम बनेंगे तब सबसे पहले विशेष राज्य का मांगपत्र लेकर प्रधानमंत्री के पास जाएंगे. और अगर केंद्र नहीं माना तो बिहार की जनता की ओर से आमरण अनशन पर बैठेंगे.

राजद सांसद मनोज झा ने दी जानकारी
मनोज झा ने कहा कि बिहार को भीख नहीं अपना अधिकार चाहिए. मनोज झा ने कहा कि कोरोना काल में पीएम और बिहार के सीएम को छोड़कर सबने बिहारियों का दर्द देखा है. तब इनके मुंह से सहानुभूति के दो शब्द भी नहीं निकले. अप्रैल 2018 में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा था कि बिहार और बिहारियों के कारण देश पिछड़ा है. तब हमने पीएम को पत्र लिखकर आपत्ति जताई थी. और यह भी कहा था कि बिहारियों ने ही इस देश को नई दिशा दी है.

मनोज झा ने पीएम मोदी के छठ में मुफ्त राशन वाली बात पर भी तंज कसा है और कहा है कि मुफ्त राशन की बात करने वाले प्रधानमंत्री ये बताएं कि क्या उसके बाद गरीबों की भूख मिट जाएगी. राजद सांसद ने कहा कि इतिहास के बासी पन्ने पलटने वाले प्रधानमंत्री जी को मुजफ्फरपुर बालिका गृहकांड और उन घोटालों का भी जिक्र करना चाहिए, जो उन्होंने 2015 में गिनाए थे.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट