द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव आज राबड़ी आवास पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. तेजस्वी यादव के साथ प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, वरिष्ठ नेता रमई राम, वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी सहित कई राजद के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. बैठक में 24 जनवरी से 30 जनवरी तक किसान जागरण सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया. 30 जनवरी को 12:00 बजे दिन से 1:00 बजे दिन तक कृषि कानून के खिलाफ मानव श्रृंखला निर्माण का निर्णय लिया गया.
आपको बता दें कि बैठक का एजेंडा किसान आंदोलन को लेकर 30 को मानव श्रृंखला और 24 से 30 तक किसान जागरूक सप्ताह मनाएंगे. पूरा देश कानून के खिलाफ है. किसान बिहार का गरीब होता चला गया और मजदूर बन गया. डबल इंजन की सरकार ने किसान की स्थिति गिरा दी. पंचायत स्तर तक मानव श्रृंखला का निर्माण करेंगे. एक मुट्ठी मिट्टी उठा कर संकल्प लेंगे.
राजद की सरकार में किसान ईएमएसपी से ज्यादा रेट पे फसल बेचते थे. अगर ये डबल इंजन सरकार आगे रही तो किसान मजदूर से भिखारी बन जाएगा. इस सरकार में न सुनवाई होती है न कार्रवाई होती है. ये सरकार लोगों पर डंडे बरसाने का काम करती है. ये सरकार विधानसभा सत्र को भी खत्म करना चाहती है. लेकिन हमारी वजह से सरकार को झुकना पड़ा और बजट सत्र को 22 दिन का करना पड़ा. सारी नियुक्तियों में धांधली हो रही है और बिना आरसीपी टैक्स के इस सरकार में कोई काम नहीं होता है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के लोगों को सरकार से अब कोई उम्मीद नहीं रह गई है. बिहार के मुख्यमंत्री थक गए है और उनसे बिहार संभल नहीं रहा है. लोकसभा में भी किसान विरोधी बिल का भी समर्थन हुआ है. वहीं उन्होंने कहा कि हमें हराया गया है. फिर भी अपने संकल्प पर अटल है. पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई, कमाई और कार्रवाई पर काम करेंगे.
तेजस्वी ने आगे कहा कि डीएम का व्यवहार जब मेरे साथ ऐसा था तो आम लोगों के साथ कैसा होता होगा आप सोच सकते हैं. सिर्फ हमारे आवास के बाहर ही पेट्रोलिंग की जाती है. बाकी पूरे बिहार में सुरक्षा व्यवस्था चौपट है. रूपेश सिंह के हत्यारे क्यों नहीं पकड़े गए. क्योंकि इन्होंने ही संरक्षण दे रखा है. अधिकारियों का मन बढ़ा हुआ है. हमसे मिलने वालों को रोका जाता है. इस सरकार के पास जवाब नहीं है. इसीलिए सत्र छोटा कर रही थी. हमने सारी नौकरियां परमानेंट दी. 19 लाख रोजगार का क्या हुआ. सृजन घोटाले और बालिका गृह कांड का मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री ही कर रहे हैं.
राहुल कुमार की रिपोर्ट