द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज एक बार फिर प्रेस कांफ्रेंस की. तेजस्वी यादव के साथ प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी मौजूद थे. तेजस्वी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बिहार में प्रवासियों के आने से ‘लॉ एंड ऑर्डर’ का खतरा उत्पन्न होने के पुलिस मुख्यालय के लेटर से सरकार की जबदस्त किरकिरी हुई. आनन-फानन में पुलिस मुख्यालय ने लेटर के लिए माफी मांगी है. साथ ही मुख्यालय की ओर से इस पत्र को बदल दिया गया है. लेकिन इस लेटर से प्रदेश की सियासत काफी गर्म हो गयी है.
बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने इस लेटर को सरकार की सोच बताते हुए सीएम नीतीश कुमार से माफी की मांग की है. साथ ही कहा कि प्रवासियों के लिए नीतीश सरकार क्या सोच रखती है, इसका खुलासा पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी लेटर से हो गया. तेजस्वी ने लेटर की प्रति को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही फाड़कर विरोध प्रकट किया. साथ ही कहा कि बिहार के प्रवासी कोई अपराधी नहीं है. बल्कि विपरीत समय के कारण अपने घर लौटे है.
तेजस्वी ने सरकार पर प्रवासियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रवासियों को सरकार एक वोट बैंक मानती है. उनके दुख दर्द से सरकार को कोई लेना देना नहीं है. वर्तमान समय में उनको मदद सरकार यह सोच कर रही है की इसका उपयोग वोट के रूप में किया जा सके. लेकिन प्रदेश की जनता सब जानती है. समय आने पर करारा जवाब देगी.

वहीं बेरोजगारी भत्ता देने की मांग करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बाहर से आए लोगों को रोजगार देने के लिए कैम्प लगाए जाए. ताकि आसानी से उनके स्किल के अनुसार उन्हे रोजगार मुहैया कराई जा सके. बिहार आए 30 लाख मजदूरों के लिए सरकार ने क्या रोडमैप तैयार किया है? इसका भी खुलासा होना चाहिए. और सरकार जनता को यह बताए कि पिछले 15 सालों में बिहार में कितने कल करखाने लगे हैं?
उपेंद्र कुमार और देवाशीष कुमार की रिपोर्ट