पटना : पूरे देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से कोरोना बंदी का ऐलान किया गया तो लाखों की संख्या में अप्रवासी बिहारी दूसरे राज्यों से बिहार की ओर पलायन कर आ गए थे. इनकी संख्या लगभग दो से तीन लाख के बीच मानी जा रही है. अब आशंका जताई जा रही है कि लॉकडाउन जब खत्म होगा और इनमें से कइयों की नौकरी जा सकती है. ऐसे में बिहार के बाहर रहने वाले बिहारी बिहार रूख कर सकते हैं. अब इन्ही अप्रवासी बिहारियों को लेकर बिहार में सियासत गर्माने लगी है. बिहार में 85 कोरोना के मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि दो लोगों की मौत हे गई है.
तेजस्वी के ट्वीट से गरमाई सियासत
शुरुआत तेजस्वी यादव ने कर दी है. ट्वीट कर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में आने वाले अप्रवासी हों या बिहार के बाहर फंसें अप्रवासी बिहारी उनके साथ बिहार की सरकार ठीक बर्ताव नहीं कर रही है. जबकि ये वो बिहारी हैं जो बिहार की अर्थव्यवस्था में सालाना पचास से साठ हजार करोड़ के राजस्व का योगदान करते हैं. आख़िर क्यूों नही सुध ले रही है बिहार की सरकार?