पटना : जयप्रकाश नारायण की आज 119वीं जयंती हैं. इस अवसर पर देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही है. वहीं तेज प्रताप यादव भी जयप्रकाश नारायण की जंयती के मौके पर लालू प्रसाद मूवमेंट का आगाज किया. तेज प्रताप यादव छात्र जनशक्ति परिषद की टीम के साथ गांधी मैदान में लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके साथ ही अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक समर्थकों के साथ जेपी आवास चरखा समिति तक नंगे पैर मार्च के लिए रवाना हुए.
इस बार तेज प्रताप इतने गुस्से में हैं कि बिना मां का आशीर्वाद लिए तेज प्रताप यादव ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर पदयात्रा निकाल दी, जबकि इससे पहले तेज प्रताप ने कहा था कि वह अपनी मां से आशीर्वाद लेकर पदयात्रा की शुरुआत करेंगे. दरअसल, तेजप्रताप यादव राष्ट्रीय जनता दल से खासे नाराज चल रहे हैं. पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर वह अपने भाई तेजस्वी यादव से आर पार करने के मूड में हैं. तेज प्रताप इतने गुस्से में हैं कि विवाद सुलझाने में वह अपनी मां राबड़ी देवी का भी साथ नहीं चाहते.
आपको बता दें कि राबड़ी देवी रविवार की शाम दिल्ली से पटना लौटीं और तेजप्रताप के आवास पर पहुंची थीं, लेकिन तेजप्रताप की उनसे मुलाकात नहीं हो सकी. उम्मीद जताई जा रही थी जेपी की जयंती पर पदयात्रा निकालने से पहले घर जाकर राबड़ी देवी से आशीर्वाद लेंगे, लेकिन तेजप्रताप का काफिला राबड़ी देवी के घर के सामने से गुजरा लेकिन वह मां का आशीर्वाद लेने नहीं गए. तेजप्रताप यादव छात्र जनशक्ति परिषद की ओर से गांधी मैदान स्थित जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और फिर जय प्रकाश नारायण के कदम कुआं स्थित घर तक नंगे पांव पद यात्रा की.
वहीं इस मार्च से पहले हसनपुर से विधायक तेज प्रताप यादव ने पार्टी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि, आरजेडी सुप्रीमो के पटना आने के बाद मैं पार्टी के नेताओं की पोल खोलूंगा. पार्टी लाइन से हटकर तेज प्रताप यादव छात्र जनशक्ति परिषद और पिता के नाम के जरिए अपनी राजनीतिक वजूद को बचाने और उसे आगे ले जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं. इसी सिलसिले में तेजप्रताप आज जेपी जयंती के मौके पर जनशक्ति यात्रा कर रहे हैं. यात्रा से पहले तेज प्रताप यादव ने पार्टी नेताओं को इशारों में चेतावानी दी. उन्होंने कहा कि, आरजेडी सुप्रीमो के पटना आने के बाद मैं पार्टी के कुछ नेताओं का कच्चा चिट्ठा खोलूंगा. उन्होंने ये भी कहा कि, पिताजी के आने के बाद विरोधियों का नाश हो जाएगा.
तेज प्रताप यादव के तेवर से यह साफ है कि वे पार्टी से खफा चल रहे हैं. उधर पार्टी के सीनियर लीडर शिवानंद तिवारी ने पार्टी में तेज प्रताप के वजूद को लेकर सवाल खड़ा कर दिया था. काफी दिनों की चुप्पी के बाद तेजप्रताप यादव ने इस मसले पर जवाब दिया है. उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि, जो बोलता है,उसे बोलने दीजिए. मेरी काबिलियत से जलने वाले लोग ऐसा कहते हैं. अब देखना है कि, पार्टी की तरफ से तेजप्रताप यादव के बयान के बाद कोई रियेक्शन आता है या नहीं.
संजय कुमार की रिपोर्ट