PATNA : आज भी हमारे देश में हजारों बच्चे बल्कि लाखों बच्चे या तो जन्म के साथ ही दिव्यांग होते हैं या फिर किसी कारण बस उन्हें दिव्यांग होना पड़ता है। ऐसे दिव्यांग बच्चे जो चल फिर नहीं सकते हैं उनको लेकर सिसरो हॉस्पिटल ने एक नई पहल की है। बता दें इस पहल में न सिर्फ भारत बल्कि ऑस्ट्रिया और जर्मनी के भी कई विशेषज्ञों की टीम दानापुर पटना पहुंची।
वहीं पटना के सिसरो हॉस्पिटल में चार दिवसीय पर नि:शुल्क फुट एंड एंकल सर्जरी कैंप आयोजित किया। जिसमें ऑस्ट्रिया, जर्मनी और भारत के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने 30 दिव्यांग बच्चों की मुफ्त में सर्जरी की। वहीं इस दौरान 200 से अधिक दिव्यांग बच्चों की जांच की गई। साथ ही कैंप के सफल होने पर डॉ. एसएन सर्राफ और डॉ. आरके खंडेलवाल ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ,यह कैंप ईश्वर फाउंडेशन दिल्ली (एनजीओ) एवं केबीएच ऑस्ट्रिया (एनजीओ) के सहयोग से आयोजित किया गया। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्वदेशी और विदेशी डॉक्टर सेवाएं दे रहे थे।इतना ही नहीं कैंप में 18 वर्ष या उससे कम आयु वाले जन्मजात दिव्यांग एवं पांवों की विकृति वाले रोगियों की सर्जरी की गई।
वहीं डॉ. एसएन सर्राफ और डॉ. आरके खंडेलवाल ने बताया कि, सिसरो हॉस्पिटल पूरे बिहार-झारखंड में एकमात्र हॉस्पिटल है, जहां बहुत ही अत्याधुनिक मशीन द्वारा 99.9 प्रतिशत सुरक्षा एवं सटीकता के साथ स्पाइन, ऑर्थोपेडिक्स एवं न्यूरो सर्जरी की जाती है। इसके साथ प्रोस्थेटिक्स अंग एवं क्लीपर की सेवाएं दी जा रही हैं। जिसमें मरीज को सारी सुविधाएं नि:शुल्क मुहैया कराई जा रही हैं।
सिसरो हॉस्पिटल पटना में भी अत्याधुनिक सुविधाएं होने के कारण अब जन्मजात दिव्यांग एवं पांवों की विकृति वाले रोगियों को अपने राज्य से बाहर जाकर बेहद खर्चीला इलाज और परेशानियां झेलने की जरूरत नहीं हैं। वहीं ऑस्ट्रिया के डॉ. एन्सर्ट ओर्थेनेर (फूट एंड एंकल विशेषज्ञ) और जर्मनी के डॉ. थोर्सटेन रैंडेट ने बताया क सिसरो हॉस्पिटल के कैंप के तहत लगभग 50 मरीज से मिला और 15-20 मरीज का सजरी किया जिसमें से अधिकांशतः छोटे बच्चे थे। इनकी उम्र 2 साल से 10 साल के बीच की थी।
बता दें ईश्वर फाउंडेशन के महासचिव आरसी कटोच ने सभी को धन्यवाद दिया। इस कैंप में डॉ. महेश कुमार, डॉ. अभिषेक अन्नू सर्राफ, डॉ. एन्सर्ट ओर्थेनेर, डॉ. थोर्सटेन रैंडेट, सुश्री वेरोनिका, डॉ. रवि कुमार, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. फसीउल्लाह आलम, डॉ. मो. निसार अंसारी, डॉ. ज्ञान रंजन, श्री राजकुमार, श्री अंकित कुमार सर्राफ, श्री विजय कुमार झा आदि शामिल रहे।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट