गुमला : साल 2004 के बाद नौकरी करने वाले शिक्षक व अन्य सरकारी कर्मी रविवार को गुमला में पेंशन चेतना यात्रा निकाली और जिला अधिवेशन में पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर गोलबंदी आरंभ कर दी. नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के बैनर तले शिक्षक एवं कर्मचारी परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम से पेंशन चेतना यात्रा निकाली.
पुरानी व्यवस्था को समाप्त पर हमपर अन्याय कर रही है सरकार
शहर के मुख्य मार्गों में अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए मुरली बगीचा स्थित माध्यमिक शिक्षक संघ भवन पहुंचे. संघ भवन में संगठन के संयोजक सुमित कुमार नंद ने नई और पुरानी पेंशन व्यवस्था की विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी व्यवस्था को समाप्त कर अन्याय कर रही है. इस व्यवस्था से कर्मियों को काफी लाभ था.
कई राज्य सरकारों के पुरानी पेंशन योजना लागू करने के बाद बढ़ा दबाव
गौरतलब है, कि नई पेंशन योजना से 2004 के बाद नौकरी पाने वाले लोगों को पेंशन के नियमों में बदलाव किया गया है. यही वजह है, कि अब ना सिर्फ झारखंड में बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों में भी पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग जोर पकड़ने लगी है. जबकि कई राज्य सरकारों ने तो पुरानी पेंशन स्कीम को लागू भी कर दिया है. जिसके बाद अब अन्य प्रदेशों पर भी पुरानी पेंशन योजना लागू करने का दबाव बढ़ गया है.
पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू होने तक जारी रहेगा आंदोलन – शिक्षक संघ
उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन चलता रहेगा. पुरानी व्यवस्था को सरकार लागू करें. पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त किए जाने से कर्मियों में आक्रोश का भाव था. मौके पर शिक्षक नेता विजय बहादुर सिंह, निरंजन कुमार, जीवन नाथ तिवारी, मंगलेश्वर, प्राण गोविंद दत्ता आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए. चेतना यात्रा काहरेंद्र कुमार, शुभम रॉय, शिल्पी कुमारी, अजय वर्मा, ब्रजेश आनंद, प्रवीण ओहदार, चंद्रभूषण साहू और बालकृष्ण आदि नेतृत्व कर रहे थे.