PATNA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति के सभापति जीतन राम माँझी ने एक प्रेसवार्ता दौरान कहा की शराबबंदी कानून के पुनः संशोधन होना चाहिए। वर्ष 2016 से अब तक शराबबंदी कानून का कई बार संशोधन हो चुका है।
इस कानून का एक बार फिर से संशोधन होना चाहिए क्योंकि, चिकित्सकों का भी कहना है कि शराब थोड़ी मात्रा में पी जा सकती है। मामले में कमजोर पड़ जाता है अन्यथा सरकार जरूर समझ आती कि शराबबंदी का फैसला पूरी तरह से ठीक नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह स्वयं उस घर से आते हैं जहां चुलाई शराब बनाई जाती थी हालांकि, अब उनके होठों तक कभी शराब नहीं आई है। यह पूछे जाने पर कि वह सरकार में रहकर ही सरकार के फैसले का विरोध कैसे कर सकते हैं तो उन्होंने कहा कि मतभेद हो सकता है लेकिन, आपस में कोई वैमनस्य अथवा मनभेद नहीं है।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट