मेलबर्न : क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को माना है कि इस साल के टी-20 विश्व कप को बहुत हाई रिस्क के साथ स्थगित किया जा रहा है और इसकी वजह से बोर्ड को भारी नुकसान हो रहा है. पत्रकारों से बात करते हुए सीए के चीफ एग्जक्यूटिव केविन रॉबर्ट्स ने स्वीकार किया है कि इस साल ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित टी-20 वर्ल्ड कप का भविष्य अधर में है, क्योंकि दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी की वजह से यात्राओं पर पाबंदी लगी हुई है.
केविन रॉबर्ट्स ने कहा है कि हम सभी के साथ आशान्वित रहे हैं कि अक्टूबर-नवंबर में इसका (टी-20 वर्ल्ड कप) आयोजन किया जा सकता है, लेकिन आपको यह कहना होगा कि ऐसा होने की संभावना के बारे में बहुत अधिक जोखिम है. हालांकि, 28 मई को हुई आइसीसी की बोर्ड मीटिंग में टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर फैसला 10 जून तक के लिए सुरक्षित रखा गया है. रॉबर्ट्स ने कहा है कि इससे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 80 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का नुकसान होगा.
यहां तक कि अगर टी-20 वर्ल्ड कप अपने प्लान के तहत आयोजित किया जाता है तो फिर स्टेडियम में बिना दर्शकों के मैच खेले जाएंगे, जिस बात को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड अच्छी तरह से जानता है. रॉबर्ट्स ने कहा है कि अगर मैच बिना दर्शकों के भी होंगे तो भी टूर्नामेंट से ऑस्ट्रेलिया को 50 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का फायदा होगा. उन्होंने ये भी कहा है कि अगर टूर्नामेंट होता है तो हम सभी तरह की सुविधाएं देने के लिए तैयार हैं, जिसमें बायो-सिक्योर भी शामिल है.
हालांकि, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ ने इस बात पर जरूर भरोसा जताया है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ अपनी सरजमीं पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज जरूर खेलेगी. इस सीरीज की शुरुआत तीन दिसंबर से ब्रिसबेन टेस्ट के साथ होगी. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय टीम ब्रिसबेन के अलावा, एडिलेड, सिडनी और मेलबर्न में चार टेस्ट खेलेगी, जिसमें दूसरा टेस्ट डे-नाइट टेस्ट होगा, जो पिंक बॉल से खेला जाएगा.