मोतिहारी : जिस पुलिस को औरतों की रक्षा करनी चाहिए. वहीं पुलिस के अधिकारी अगर समाज के औरतों के साथ गलत व्यवहार करें तो पुलिस की छवि खराब होते देर नहीं लगेगी. ताज़ा मामला सुगौली थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष महावीर मिश्रा का है. देख लीजिए बिहार के डीजीपी साहब आपके अधिकारी औरतों के साथ न्याय कैसे करते हैं. कैसे वारंटी के घर जाकर औरतों के साथ दुर्व्यवहार करते है और वारंटी को रास्ते में लाकर पैसा लेकर छोड़ देते हैं.
सुगौली के प्रभारी थानाध्यक्ष महावीर मिश्रा के विरुद्ध मोतिहारी एसपी नवीन चंद्र झा को आवेदन देकर बताया कि मेरे घर के महिलाओं से अभद्र व्यवहार करने एवं पैसा लेकर वारंटी को छोड़ने का आरोप लगा है. मामला सुगौली थाना क्षेत्र के श्रीपुर चिंतामन गांव का है.
चिंतामन पुर गांव के दिनेश साह ने मोतिहारी एसपी को आवेदन देकर बताया है कि प्रभारी थानाध्यक्ष महावीर मिश्रा के द्वारा रात्रि 2:00 बजे घर पर जबरदस्ती गेट खोलकर घुस गए और घर में रखें 10,000 रुपया को निकाल लिया. साथ ही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया. जब इसका विरोध किया गया तो मेरे भतीजे सहित चार लोगों को पकड़कर माई अस्थान गेट के पास लाया गया. फिर 5000 रुपए लेकर छोड़ दिया. प्रभारी थानाध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि अब तुम्हारा केस खत्म हो गया है. मामला 14 जून का है.
आपको बता दें कि जब महावीर मिश्रा अभियुक्त के घर छापेमारी के लिए गए. जबकि दिनेश शाह सुगौली थाना कांड संख्या-194/20 एवं 187/20 का अभियुक्त है. महावीर मिश्रा जिसके घर छापेमारी में रात को गए थे. इस संदर्भ में सुगौली के प्रभारी थानाध्यक्ष महावीर मिश्रा ने बताया कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है. जानबूझकर मुझे मुझे फसाने की कोशिश की जा रही है.
दिव्यांशु रमन की रिपोर्ट