रांची : झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की ओर से सातवीं से लेकर दसवीं लोकसेवा के लिए संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजन किया गया था. आयोग ने कुछ दिन पहले ही प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी किया था. अब परीक्षा परिणाम को लेकर विवाद उठना शुरू हो गया है. प्रारंभिक परीक्षा में लगातार क्रमांक संख्या वाले 18 व्यक्ति पास है. इस पर भी सवाल उठना शुरू हो गया है.
इसको लेकर जेपीएससी छात्र और छात्राओं के साथ छात्र संगठन के लोग भी जेपीएससी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन के साथ जेपीएससी पीटी रिजल्ट रद्द करने की मांग कर रहे हैं. विरोध कर रहे हैं छात्रों का कहना है कि जेपीएससी हमेशा से विवादों में ही रहा है. राज्य सरकार जेपीएससी की पीटी रिजल्ट को रद्द करें. इसमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है.
उन्होंने कहा कि कई लोगों का कट ऑफ मार्क्स कम होने के बावजूद उनके रिजल्ट जारी कर दिए जाते हैं. लेकिन जिनका कट ऑफ मार्क्स अधिक रहता है, उनकी रिजल्ट नहीं निकलता है. ऐसे में जो दिन-रात परीक्षा के तैयारी करते है वैसे छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में ही लग रहा है. एक तरफ राज्य सरकार युवाओं की बात करती है, नियुक्तियों की बात करती है. लेकिन एक तरफ जेपीएससी में धांधली होता है, राज्य सरकार कुछ नहीं कर रही है.
गौरी रानी की रिपोर्ट
