युद्ध में फंसे भारतवासियों को केंद्र सरकार वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बीते दिन देर रात करीब 240 लोगों को लेकर विमान रुस से मुंबई और दिल्ली पहुंची। सभी लोगो में उत्साह और घर आने की खुशी साफ तौर पर झलक रही थी। हवाई अड्डा पर केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने भी अपनी हाजिरी दिखाई और छात्रों का मनोबल बढ़ाया।
अपने वतन सकुशल लौटने पर सभी काफी भावुक नज़र आए और सरकार का धन्यवाद् किया। उन्हें बिहार और मुंबई सरकार की ओर से खाना भी उपलब्ध कराया गया। बिहार के मोतिहारी जिले के आशीष व मुंगेर जिले की रीमा सिंह ने बताया की फ्लाइट में माहौल काफी अलग था। सभी अपने देश लौटने को लेकर उत्साहित थे। 3 दिसंबर को यूक्रेन के चेरोनोविस्की शहर स्थित बुकोबियल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS प्रथम वर्ष के छात्र आशीष ने कहा की वह यूक्रेन के हालात को याद कर काँप उठते है। वहां का माहौल भयावह है। उन्होंने बताया की वहां बॉर्डर पर अभी काफी भीड़ है। उनका हॉस्टल रोमानीया से 30 किलोमीटर दूर था । उन्हें भारतीय दूतावास के द्वारा बस से रोमानीया बॉर्डर पर पहुंचाया गया। लोगो में यूक्रेन से निकलने की कौतुहल मची है। आठ से दस किलोमीटर पैदल चल कर लोग अपनी बचाव के लिए बॉर्डर पर पहुँच रहे है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन और जल संसाधन मंत्री संजय झा और पटना जिला अधिकारी डॉक्टर चंद्र शेखर सिंह सभी पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे और छात्रों का फूलों से स्वागत किया। उन्होंने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय का भी शुक्रिया अदा किया।
– अनामिका