द एचडी न्यूज डेस्क : पटना नगर निगम के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी एक बार फिर से हड़ताल पर चले गए हैं. आज से दो नगर निगम के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी दो दिन के सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे. हड़ताल पर गए नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ ने दावा किया है कि 4300 दैनिक सफाई कर्मचारी, 2200 निजी एजेंसी के मजदूर, 750 डोर टू डोर अभियान में कार्यरत मजदूर और चालक हड़ताल में सहयोग करेंगे.
संघ के नेताओं ने कहा कि 4300 कर्मचारियों एवं सफाई मजदूरों की सेवा स्थायी करने, 25 लाख रुपए दुर्घटना बीमा लागू करने, ईपीएफ की राशि, ईपीएफ कार्यालय में ब्याज सहित जमा करने, हर माह की पांच तारीख तक वेतन और पेंशन का भुगतान, छठा एवं सातवां वेतन पेंशन पुनरीक्षण के बकाए अन्तर राशि का भुगतान सहित 21 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए हड़ताल पर गए हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी गर्दनीबाग में प्रदर्शन करेंगे.
एक तरफ जहां चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ ने हड़ताल का फैसला लिया है तो वहीं नगर निगम संघर्ष समन्वय समिति ने हड़ताल से बाहर रहने का फैसला लिया है. संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि कर्मचरियों का मामला अभी पटना हाईकोर्ट में है. पटना हाईकोर्ट ने फिलहाल सरकार के हटाने के फैसले पर स्टे लगया है इसलिए जब तक सरकार अपना स्टैंड साफ नहीं करती तब तक हड़ताल करने का कोई मतलब नहीं है. पटना नगर निगम के कर्मचारियों की हड़ताल का सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ेगा. इससे पहले भी पटना में हुई हड़ताल के कारण शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई थी और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था.