द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार के दो जिलों से एक खबर है. 17 साल से फरार चल रहे एक वांटेड नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही 50 हजार का इनामी अपराधी भी गिरफ्त में आया है. ये दोनों ही बड़ सफलताएं बिहार एसटीएफ की टीम को मिली है. एसटीएफ की टीम को पहली बड़ी कामयाबी नवादा जिले के रजौली में मिली. तुलसी यादव नाम का नक्सली साल 2003 से ही फरार चल रहा था.
नक्सली संगठन का सदस्य होने के साथ ही तुलसी यादव ने रजौली में 20 दिसंबर 2003 को एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. एसटीएफ की मानें तो इसकी संलिप्तता कई नक्सली गतिविधियों में भी रही है. लेकिन यह कभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था. काफी समय से एसटीएफ की टीम इसकी तलाश में थी. अब जाकर सफलता मिली है.
एसटीएफ की ही टीम को दूसरी बड़ी सफलता खगड़िया जिले में मिली. अलौली इलाके से वांटेड अपराधी मुकुल यादव को गिरफ्तार किया गया. इस कुख्यात अपराधी के उपर सरकार की तरफ से 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था. एसटीएफ के अनुसार कुछ समय पहले मोरकही के पूर्व मुखिया प्रद्युमन लाल की गोली मारकर हत्या की गई थी.
पूर्व मुखिया की हत्या मुकुल यादव ने ही की थी. उस वारदात के बाद से ही वो फरार चल रहा था. इसके बारे में सूचानएं जुटाई जा रही थी. जैसे ही इसके मूवमेंट के बारे में पता चला, उसके बाद ही छापेमारी कर एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए इस कुख्यात के उपर सात से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं.