पटना : माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) का रिजल्ट आज आने के बाद भी छात्र सड़कों पर दिख रहे हैं. पिछले दिन छात्रों के साथ लाठीचार्ज भी हुई थी. जिन छात्रों को गिरफ्तार किया गया वह नॉन मेरिट वाले थे. लेकिन आज जो छात्र सड़कों पर उतरे थे उनका नाम मेरिट लिस्ट में है. लेकिन फिर भी आज वह सड़कों पर हैं.
उनकी यह मांग है कि सरकार अपने नियम के बिल्कुल उलट काम कर रही है. छात्रों का कहना है कि जो मेरिट लिस्ट में सबसे नीचे वाले लोग हैं. यानी जिनका नंबर सबसे कम है उनको भी सरकार शिक्षक होने के पात्र मान रही है. छात्रों का कहना है कि यह सांकेतिक शिक्षा आपातकाल है. क्योंकि हर मां-बाप चाहता है कि हमारे बच्चों को अच्छे शिक्षक पढ़ाई यह नहीं कि जो कम पढ़े लिखे हैं या जिन्होंने जो ठीक से नहीं पढ़े हैं. वह हमारे बच्चों को पढ़ाएं लेकिन शिक्षा विभाग और सरकार यही चाह रही है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिले. इसको लेकर आज वह सड़कों पर उतरे थे.
छात्रों का यह भी कहना है कि जो सरकार है वह गधे और घोड़े को एक ही रेस में दौड़ा रही है. वहीं छात्रों को शिक्षा विभाग के सचिव से मिलने के लिए भेज दिया गया है. वहां अगर उनकी बात नहीं सुनी जाती है तो आगे वह आमरण अनशन पर बैठेंगे. आत्मदाह करने तक की बात भी उन्होंने कह दी है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट