रांची ब्यूरो
रांची: राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण केंद्र में कोविड -19 से संबंधित किसी भी तरह की सहायता हेतु टॉल फ्री नम्बर 181 पर सम्पर्क किया जा रहा है। राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण केंद्र द्वारा छोटी से छोटी समस्याओं का भी समाधान करने का कार्य किया जा रहा। साहिबगंज जिले के वामदेव रुज ने रसोई गैस की बुकिंग कराई थी लेकिन एजेंसी द्वारा कई दिनों के बाद भी रसोई गैस की आपूर्ति नहीं की गई थी। इस पर वामदेव ने कोरोना नियंत्रण केंद्र में संपर्क किया जिस पर सहायता हेतु जिले में शिकायत को अग्रसारित किया गया। इसके बाद एजेंसी ने तत्काल गैस सिलेंडर की आपूर्ति की। जमशेदपुर की गीता दास दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करती थी। लॉक डाउन की वजह से इनके समक्ष खाने की संकट उत्पन्न हो गयी, जिस पर नियंत्रण केंद्र द्वारा जिला अधिकारी से संपर्क स्थापित किया गया। जिससे अगले दिन ही गीता दास तक राशन उपलब्ध करा दिया गया। नियंत्रण केंद्र द्वारा अब तक कुल 22,525 मामले की कार्रवाई हेतु संबंधित जिलों एवं विभागों को अग्रसारित कर दिया गया है। इनमें से अब तक 17,082 मामलों पर सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी है। शेष बचे मामलों पर हर संभव कार्रवाई की जा रही है। यह जानकारी राज्य सरकार द्वारा दी गयी।
जानकारी के अनुसार नियंत्रण केंद्र में खाद्य आपूर्ति से संबंधित 11,612, विधि व्यवस्था से संबंधित 1,050, चिकित्सा से संबंधित 1,163, झारखंड में फंसे व्यक्ति से संबंधित 1,225 एवं अन्य 2,032 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। कोविड 19 को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन तीन मई तक चलेगा। इस दौरान राज्य में कोई भूखा न रहे इस हेतु झारखंड सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों तक भोजन और खाद्य सामग्री पहुंचाने का कार्य कर रही है। खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा लोगों तक विभिन्न योजनाओं के तहत राशन एवं खाना पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। विभाग द्वारा प्राप्त आंकड़ो के अनुसार अब तक 1,85,319 लोगों तक अनाज पहुंचा दिया गया है। वहीं नन पीडीएस के तहत 2,49,331 लोगों तक अनाज उपलब्ध करा दिया गया है। दाल भात के विभिन्न योजनाओं में अब तक 1,05,29,742 लोगों को खाना खिलाया गया है। सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न राहत कैम्पों में 2,20,086 प्रवासी मजदूरों को खाना खिलाया जा रहा है। एनजीओ एवं वॉलिंटियर्स के विभिन्न टीमों द्वारा राज्य में विभिन्न जगहों पर 38,80,023 लोगों को खाना खिलाया गया है। साथ ही आकस्मिक राहत पैकेट का वितरण भी जरूरतमंदों के बीच किया जा रहा है।
तीन मई तक चलने वाले लॉक डाउन के वजह से झारखंड के कई लोग राज्य के बाहर फंसे हुए हैं। राज्य सरकार उनकी सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। श्रम विभाग द्वारा जारी किए गए टॉल फ्री नम्बर्स पर अबतक 32,049 कॉल्स प्राप्त हुए हैं जिसमें राज्य के बाहर 9,36,345 लोगों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है। इनमें 13,794 जगहों पर 6,16,949 प्रवासी मजदूरों के फंसे होने की जानकारी प्राप्त हुई है। अब तक सरकार द्वारा 13,161 जगहों पर फंसे 4,71,192 मजदूरों के खाने एवं रहने की व्यवस्था की गयी है। सभी लोगों के संबंध में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि उन तक हर स्तर से मदद पहुंचाई जा सके। राज्य सरकार के सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा मार्च एवं अप्रैल माह का पेंशन लाभुकों तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में राज्य के विभिन्न जिलों में मार्च माह का 19,54,606 लोगों तक पेंशन उपलब्ध करा दिया गया है वहीं अप्रैल माह में अब तक 17,50,025 लोगों को पेंशन दिया जा चुका है।