रांची : झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश कार्यालय रांची में प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह की अध्यक्षता में राज्य कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए अभय सिंह ने कहा कि झारखंड में पंचायत से लेकर प्रदेश तक संगठन को धारदार एवं मजबूत करना है. बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजद के कार्यकर्ता और नेता को संगठन को मजबूत करने के लिए लगना है. संपूर्ण झारखंड में पंचायत से लेकर प्रदेश तक संगठन को मजबूत करना होगा.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की नीति व सिद्धांत को जन-जन तक पहुंचाना है. पंचायत से प्रदेश तक आम आवाम की क्या मूलभूत समस्या है उन समस्याओं को जानने का प्रयास करना चाहिए. उसके समाधान के लिए अपने स्तर से एक-एक नेता और कार्यकर्ता को लगना चाहिए. आम आवाम के दुख सुख में हर पल हर क्षण खड़ा रहना चाहिए. झारखंड में भाजपा की जब-जब सरकार रही लूट की छूट दे दी गई. झारखंड को लुटखंड बनाने का काम किया. जिसे झारखंड की जनता ने भाजपा को नकारने का काम किया. महागठबंधन की सरकार बनाने का किया. सरकार कारोना काल में भी गरीबों, पिछड़ो, दलितों और अल्पसंख्यकों एवं सभी वर्गो के लिए काम किया तथा विकास करने की और अग्रसर है.
बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय जनता दल के झारखंड प्रभारी पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की झारखंड में संगठन को धारदार एवं मजबूत करना है और सदस्यता अभियान लगातार चलाते रहना है. ताकि अधिक से अधिक सदस्य राष्ट्रीय जनता दल का बन सके. राष्ट्रीय जनता दल को यहां राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का पूरे देश में समर्थक है. झारखंड में विशेष रूप से इनके मानने वाले इनके विचारों को इनके नीति और सिद्धांत को मानने वाले लोग हैं. संगठन के तमाम नेताओं कार्यकर्ताओं से आग्रह करना चाहता हूं कि संगठन को मजबूत करने में सब अपने-अपने भूमिका निभाए व संगठन को मजबूत करें. ताकि आने वाले चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़े और जीत हासिल कर विधानसभा में विधायकों को भेजने का काम करें.
बैठक में मुख्य रूप से पूर्व सांसद घूरन राम, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, राधा कृष्ण किशोर, संजय प्रसाद यादव, संजय सिंह यादव, राजेश यादव, श्याम दास सिंह, मन्जू सह, युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन कुमार, प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार, अनिता यादव, स्मिता लकडा और दलित प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजेश रौशन मौजूद थे.
निम्नलिखित प्रस्ताव रखा गया जिसे सर्व सम्मति से पारित किए गए जो इस प्रकार है
- 24 जिलों में राष्ट्रीय जनता दल के संगठन को मजबूत और धारदार बनाने का निर्णय.
- झारखंड सरकार में राष्ट्रीय जनता दल को बोर्ड, निगम तथा आयोग में उचित भागीदारी सुनिश्चित हो.
- जिला स्तरीय, प्रदेश स्तरीय 20 सूत्री में कमिटी में राष्ट्रीय जनता दल की भागीदारी सुनिश्चित हो.
- महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम सुनिश्चित हो.
- राजनैतिक और सामाजिक परिस्थितियों को देखते हुए मधुपुर में होने वाले उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल द्वारा प्रत्याशी खड़ा किए जाने का निर्णय.
- राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के विचारधारा पर चलते हुए 2024 में होने वाले झारखंड विधानसभा में अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय.
- महागठबंधन के दलों के बीच समन्वय समिति का गठन सुनिशित हो.
- राज्य में बेरोजगारी और पलायन मुख्य समस्या है. इस ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का निर्णय.
- राज्य में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में स्थानीय लोगों को आरक्षण, तृतीय एवं चतर्थ वर्ग में 100 फीसदी आरक्षण कराने का निर्णय.
- झारखंड में आनुसुचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति मामलों से जुड़े लगभग 3000 केस विचाराधीन है. राजद का मानना है की इस त्वरित कारवाई हो.
- महिला सुरक्षा बाल श्रम एवं प्राथमिक शिक्षा पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना व कारवाई करवाना मुख्य उद्देश्य है.
- मजदूरों एवं कामगारों का निबंधन राज्य सरकार द्वारा निर्गत योजना की जानकारी एवं लाभ मजदूरों तक पहुंचाने का निर्णय.
- राज्य में पिछड़ों की आबादी के अनुसार सरकार आरक्षण सुनिश्चित करे.
- लंबित जेपीएससी परीक्षाओं को अविलंब कराया जाए.
- राजद का राज्य स्तरीय कोर कमेटी का गठन करने का निर्णय.
- मनरेगा मजदूरों की दैनिक मजदूरी में वृद्धि की जाए.
- पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहियाओं का सेवा स्थाई करने की मांग.
- झारखंड के बेरोजगार युवक-युवतियों को अविलंब बेरोजगारी भत्ता दिया जाए.
- झारखंड में बेरोजगारों को रोजगार देने की व्यवस्था सरकार सुनिश्चित करें.
गौरी रानी की रिपोर्ट