मधेपुरा : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाज सुधार अभियान के अंतर्गत आज मधेपुरा के बीएन मंडल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया. इसके बाद सभा को संबोधित कर रहे हैं. इस मौके पर वह नशा मुक्ति, दहेज प्रथा एवं बाल-विवाह उन्मूलन जैसे मुद्दों पर लोगों को जागरूक करेंगे. सीएम के साथ मंत्री संजय कुमार झा, मंत्री सुनील कुमार, बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुब्हानी, अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, डीजीपी संजीव कुमार सिंघल, मधेपुरा के प्रभारी सचिव संतोष कुमार मल्ल, मत्स्य व पशुपाल विभाग के सिचव नर्मदेश्वर लाल, सुपौल के प्रभारी सचिव लोकेश कुमार सिंह ने भी सभा को संबोधित किया.
नीतीश कुमार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल मधेपुरा के परिसर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया. मधेपुरा में सीएम का समाज सुधार अभियान में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने संबोधन में कहा कि सीएम का समाज सुधार अभियान इतिहास में दर्ज होगा. बिहार में क्रांतिकारी परिवर्तन जमीन पर हो रहा है. देश भर में सबसे ज्यादा महिलाएं बिहार पुलिस में हैं. बिहार में महिला पुलिस की संख्या 24 हज़ार है.
मधेपुरा में सीएम नीतीश ने कहा कि समृद्ध समाज की तस्वीर हैं बेटियां अपने परिवार को सम्भालने के साथ-साथ अपना भविष्य भी बेटियां संवार रही हैं. महिलाओं में जागरूकता होने से प्रजनन दर में कमी आई है. समाज सुधार अभियान के अंतर्गत सीएम नीतीश ने विभिन्न स्टॉलों और चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया. साथ में मंत्री संजय झा भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बापू (महात्मा गांधी) ने हमेशा शराब का विरोध किया था. उनका कहना था कि शराब आदमियों से न सिर्फ पैसा छीन लेती है, बल्कि उनकी बुद्धि भी हर लेती है. उन्होंने हमें गुलामी से आजादी दिलाई. अब नशा से मुक्ति की जरूरत है. इसके लिए ही अभियान चलाया जा रहा है. समाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सबको एकजुट होना होगा. बाल विवाह, दहेज प्रथा व नशा के खिलाफ लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री रविवार को मधेपुरा के बीएन मंडल स्टेडियम में समाज सुधार अभियान को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि समाज सुधार अभियान कार्यक्रम का आज अंतिम दिन है. कोरोना के कारण बीच में अभियान को रोकना पड़ा था. अब कोरोना का संक्रमण भी कम हुआ है. जल्द ही इससे मुक्ति मिल जाएगी. शराबबंदी के लिए सबको मिलकर काम करना होगा. जहरीली शराब पीने के कुछ लोगों की मौत होने पर कुछ काबिल लोग कहने लगे शराब बंदी सही नहीं है. हल्ला करने लगे. अनाप-शनाप बयान देने लगे. क्या वे इस देश के व्यक्ति हैं. शराबबंदी के पहले जहरीली शराब से लोग नहीं मरे थे.
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि दूसरे राज्यों में घटना नहीं हो रही है. ऐसे लोग के समझ पर तरस आता है. 2016 में शराबबंदी किया गया था. उसके बाद लगातार अभियान चलाया जा रहा है. नवंबर 2021 में तो इसपर करीब सात घंटे तक बैठक कर रूपरेखा तैयार की गई है. शराब के सेवन से कई प्रकार की बीमारी होती है. टीबी, कैंसर, एड्स और मधुमेह से भी अधिक मौत शराब पीने से होती है.
शराबबंदी के बाद सड़क दुर्घटना में भी कमी आई है. इस अभियान में सबको मिलकर काम करना है. शराबंदी के लिए सबको प्रेरित करना है. ताड़ी से मुक्ति के लिए नीरा उत्पादन पर काम हो रहा है. नीरा उत्पादन के लिए एक लाख की सहायता राशि भी दी जा रही है. ताड़ी मत बनाई इससे मुक्ति पाईए. नीरा से गुड़ व पेड़ा भी बनाया जा सकता है. बाल विवाह भी समाज के लिए अभिशाप है. बच्चा अस्वस्थ पैदा होता है. बौनेपन के शिकार हो जाता है. दहेज प्रथा के खिलाफ भी सबको मिलकर निर्णय लेना है. जो दहेज लें उनके घर शादी में मत जाईए. जीविका दीदी के माध्यम से कई काम हो रहे हैं.
सीएम ने कहा कि 2018 से गरीब व लाचार के लिए सतत जीविकोपार्जन योजना चलाई जा रही है. इससे कई महिलाओं के जीवन में समृद्धि आई है. कोई भी व्यक्ति काम के लिए सरकार से ऋण ले सकते हैं. पांच लाख का अनुदान व पांच लाख पर एक प्रतिशत का ब्याज लगेगा. यह योजना सबके लिए है. सात निश्चय के तहत गली-गली सड़क बन गया है. हर गांव में बिजली पहुंच गई है. नल का जल मिल रहा है. शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए साइकिल योजना चलाई गई थी. याद कीजिए 2005 से पहले का दिन. शाम में घर से निकलने में डर लगता था. अब कानून का राज है.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट