द एचडी न्यूज डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. गांधी मैदान पुलिस ने तस्कर गिरोह के दो सदस्य को गिरफ्तार किया है. तस्कर गिरोह का नेपाल से जुड़ा नेटवर्क बताया जा रहा है. बता दें कि बिहार के युवाओं में सूखे नशे की लत लगातार बढ़ती जा रही है. उसको रोकने के लिए लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है. यह नशीले पदार्थ कहा से रहे हैं इसी कड़ी में पटना पुलिस की टीम ने छापेमारी की. पटना पुलिस ने करीब पौने तीन किलोग्राम चरस बरामद किया है. ये खेप दो हिस्सों में पुलिस ने बरामद किया है. चरस की पहली खेप की बरामदगी गांधी मैदान के सरकारी बस स्टैंड से हुई. दूसरी खेप स्पेशल इनपुट के आधार पर शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के समनपुरा इलाके से बरामद की गई है.
दरअसल, पटना के गांधी मैदान थानाअध्यक्ष रंजीत वत्स को हाल के दिनों में लगातार सूचना मिल रही थी कि गांधी मैदान के सरकारी बस स्टैंड से खुलने वाली दिल्ली की बसों में मादक पदार्थों के खेप जाती है. इसी कड़ी में शनिवार को मिले स्पेशल इनपुट के बाद गांधी मैदान थाना प्रभारी ने छापेमारी की. जब तलाशी ली गई तो बस संख्या BR1J 8383 की सीट संख्या-37 पर सफर कर रहे रवि शर्मा पूछताछ में घबरा गया. पुलिस ने बस में रखे उसके लगेज को खंगाला तो उसके 1.480 किलोग्राम चरस की खेप बरामद हुई. रवि मूल रूप से राजस्थान के चिड़ावा का रहने वाला है. चरस की बरामदगी के बाद थाना अध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रवि को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ शुरू की तो उसने मुंह खोला.
रवि ने बताया कि नेपाल का रहने वाले मारण मुरली नाम का एक व्यक्ति चरस की खेप को लेकर नेपाल से आता है. इस दौरान वह इस चरस की खेप को उसके साथ-साथ पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के समनपुरा इलाके रके हने वाले मो. आसिफ को भी देता है. मो. आसिफ पटना के लोकल मार्केट में चरस की सप्लाई करता है. रवि उस चरस की खेप दिल्ली पहुंचाता है रवि की निशानदेही पर गांधी मैदान थाना की टीम ने शास्त्री नगर थाना के क्षेत्र के समनपुरा इलाके में आसिफ के ठिकाने पर छापेमारी की. पुलिस को आसिफ के मकान के चौथे तल पर उसके कमरे में बेड के नीचे से 1.300 किलोग्राम की चरस की खेप मिली.
आपको बता दें कि आसिफ मूल रूप से अरवल जिले का रहने वाले है. भारी मात्रा चरस की खेप बरामद होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार रवि और इस्माइल से लंबी पूछताछ शुरू दी है. नेपाल से मादक पदार्थों की खेप की सप्लाई हो रही है. इन दोनों का आपराधिक इतिहास, मोबाइल डाटा और इन ड्रग पेडलरों का विदेशी कनेक्शन का पुलिस पता लगा रही है. अब शराबबंदी के बाद सूखे नशे को भी रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रही है.
अन्नु प्रकाश की रिपोर्ट