द एचडी न्यूज डेस्क : एक और जहां आज पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों को सम्मान दिया जा रहा है. कई सारे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. तमाम शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों के लिए उनके सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. वहीं एक और जो शिक्षक अभ्यर्थी हैं जिनको स्कूल में आज छात्रों के साथ और शिक्षक दिवस मनाना चाहिए था. वह आज यानी रविवार को पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर अपनी नौकरी के लिए मौन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. गर्दनीबाग धरनास्थल पर पुरुषों से ज्यादा महिला शिक्षक की भीड़ जमा है.
आपको बता दें कि अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार से मांग है कि हमारी नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए. केवल उन्हें आश्वासन ही मिल रहे हैं. कभी पुलिस की तरफ से लाठियां खानी पड़ रही है. पिछले दिनों रक्षाबंधन के मौके पर महिला शिक्षक अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री को राखी बांधी और उनसे मांग की कि हमें जल्द से जल्द नौकरी दी जाए. उनको लगातार आश्वासन पर आश्वासन मिल रहे हैं.
दरअसल, 15 अगस्त को भी उन्हें आश्वासन मिला था कि वह अपने स्कूल में मिठाई खाएंगे. वहीं एक बार फिर उन्हें आश्वासन मिला है कि दिवाली के अवसर पर आपलोग अपने पैसे से दिए जलाएंगे. लेकिन वह लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. क्योंकि उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास से तमाम बड़े अधिकारियों को की तरफ से आश्वासन दिया जा रहा है. एक ओर सरकार जहां शिक्षकों का सम्मान करती है, उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार देती है. वहीं एक और अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए डंडा भी मारती है. सरकारों का डंडा खाना पड़ता है. अपनी नौकरी के लिए उन्हें भीख मांगना पड़ता है.
धरनास्थल पर बैठी महिला शिक्षक अभ्यर्थी का कहना है कि लगातार हमें आश्वासन मिल रहा है. आज हमें स्कूलों में विद्यार्थियों के साथ शिक्षक दिवस मनाना चाहिए था लेकिन आज हम धरने पर बैठे हैं. शिक्षा मंत्री ने भी आश्वासन दिया था कि 15 अगस्त का मिठाई आप अपने स्कूल में खाएंगे लेकिन आज पांच सितंबर हो गया अभी तक हमें नियुक्ति पत्र नहीं मिला है. वहीं शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि दिवाली का मिठाई आप अपने पेमेंट से खाइएगा लेकिन अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला. क्या आपको लगता है कि हम दिवाली का मिठाई अपने पेमेंट से खा पाएंगे.
संजय कुमार और विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट