द एचडी न्यूज डेस्क : पूरी दुनिया में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस के कारण भारत में भी लॉकडाउन की स्थिति है. कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए पूरे देश को 14 अप्रैल तक ‘लॉकडाउन’ कर दिया गया है. लॉकडाउन हुए जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, पुलिस की सख्ती बढ़ती जा रही है. सोशल डिस्टेंस पर अमल न करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. 24 मार्च से अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 215 एफआइआर दर्ज कर 3615 वाहनों को जब्त किया गया है. बिहार में कोरोना के अब तक सात मरीज मिले हैं और बाकियों की जांच चल रही है.

राजधानी पटना की सड़कों पर हर तरफ सन्नाटा ही पसरा है. रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड, बाजार से लेकर एयरपोर्ट तक कोई भी नजर नहीं आ रहा है. हर चौक-चौराहे पर पुलिस के जवान मुस्तैदी से खड़े है. हर आने जानों वाले से सख्ती से पूछताछ की जा रही है. बेवजह बाहर घूमने वालों को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है. पुलिस ने सिर्फ ऐसे लोगों पर डंडे बरसा रही है बल्कि गाड़ियों को जब्त कर मुकदमे भी किए जा रहे हैं.


पटना से ऐसी खबरें आ रही है कि लोग सामानों ती डिलिवरी मंगाने के बाद भी लोग उसे रिसीव नहीं कर रहे हैं. शिकायत के बाद पटना के जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश जारी किए हैं. डीएम ने साफ शब्दों में कहा है कि ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

बिहार में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. पिछले एक सप्ताह के अंदर सूबे में कोरोना के नौ पॉजिटिव केस सामने आए है. अबतक एक मरीज की मौत हो चुकी है. खतरे को देखते हुए सूबे में लॉक डाउन को सख्ती से अमल में लाने की हिदालत पुलिस और प्रशासन को दे दी गई है.

उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट