चंढीगढ़ : पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की स्पीच के दौरान हंगामा हुआ है. हंगामा इतना बढ़ गया कि नवजोत सिंह सिद्धू और अकाली दल नेताओं में झड़प हो गई. वहां बात हाथापाई तक पहुंच गई थी. हंगामा किस बात पर हुआ फिलहाल यह जानकारी सामने नहीं आई है.
विधानसभा में हुए हंगामे पर नवजोत सिंह सिद्धू का भी बयान आ गया है. पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू ने कहा कि विपक्ष डरा हुआ है, इसलिए जानबूझकर ऐसा (झड़प) किया गया. चन्नी सरकार, पंजाब कांग्रेस यहां के लोगों के लिए काम कर रही है. जो भी योजनाएं बनीं, ऐलान हुए वह अगले पांच साल को ध्यान में रखकर किए गए हैं. अगले दो-तीन महीने को ध्यान में रखकर नहीं. विधानसभा की कार्यवाही के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने अकाली दल पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि शिरोमणि अकाली दल (SAD) हर मुद्दे को राजनीतिक रंग से देखती है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.
बता दें कि फिलहाल 15वीं पंजाब विधानसभा का 16वां सेशन चल रहा है. इस दौरान चन्नी ने यह भी आरोप लगाया कि अकाली की वजह से संघ (RSS) के लिए पंजाब के रास्ते खुले. कहा गया कि संघ हमेशा पंजाब के हितों के खिलाफ काम करता है. इससे पहले बुधवार को अकाली दल के नेताओं और किसानों के बीच भी झड़प हुई थी. इस झड़प की संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने लखीपुर हिंसा से तुलना की है. यह झड़प फिरोजपुर में हुई थी, जिसके बाद वहां तनाव की स्थिति है.