कोलकाता : पश्चिम बंगाल में तीसरी बार सत्ता पर काबिज हुई तृणमूल कांग्रेस लगातार देश भर में अपना विस्तार कर रही है. हालांकि टीएमसी के इस विस्तार का सबसे ज्यादा खामियाजा कांग्रेस को उठना पड़ रहा है. दरअसल, कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और नामी चेहरों ने टीएमसी का हाथ थाम लिया है. इसी कड़ी में अब तृणमूल कांग्रेस ने बिहार और हरियाणा पर भी नजर जमा ली है. जिसके बाद बिहार में कांग्रेस के दिग्गज नेता कीर्ति आजाद और पार्टी की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर तथा जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद ये नेता TMC का दामन थामेंगे.
बता दें कि कीर्ति आजाद 1983 की क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे. दिसंबर 2015 में दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में कथित अनियमितताओं तथा भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को खुले तौर पर निशाना बनाने के लिए उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित कर दिया गया था. वह 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
बिहार की दरभंगा संसदीय सीट से तीन बार लोकसभा के लिए चुने गए. 2014 में उन्होंने भाजपा हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर पर 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण में पैसे के लेनदेन का आरोप लगा था, जिसके बाद उन्हें कांग्रेस से अलग होना पड़ा था. कांग्रेस छोड़ने के बाद इस साल फरवरी में उन्होंने अपनी पार्टी ‘अपना भारत मोर्चा’ बनाई. अशोक तंवर हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं और किसी समय राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे. सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद तंवर को हरियाणा में पार्टी के नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.