सुपौल : सूचक को ही जेल भेजने के मामलें में मशहुर त्रिवेणीगंज थाना अध्यक्ष ने एक और कारनामा कर दिखाया है लेकिन इस बार त्रिवेणीगंज थाना अध्यक्ष के संदेशवाहक ड्राइवर की करतूत सीसीटीवी में कैद हो गई है. जिसके बाद एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए है. वहीं डीजीपी ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए पीड़ित से सीसीटीवी फुटेज औऱ आवेदन मांगा है.
दरअसल, देर रात त्रिवेणीगंज के डपरखा गांव के रहने वाले दवा दुकानदार गोपेश कुमार के घर अज्ञात अपराधियों ने दो राउंड फायरिंग की. जिसमें उनके सर पर गोली का छर्रा भी लगा है. जिसके बाद देर उन्होने सारी घटना की जानकारी त्रिवेणीगंज थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार को दी. जिसके बाद पहुंची पुलिस ने पीड़ित को ही थाने उठा कर ले गई. जहां पहले तो ब्रेथ एनालाईजर से उसकी शराब पीने की जांच हुई. लेकिन जब पुलिस को शराब पीने का कोई सबूत नही मिला तो 25 हजार में छोड़ने का सौदा तय हुआ.
जिसके बाद त्रिवेणीगंज थाना अध्यक्ष के निजी ड्राईवर रविंन्द्र साह ने पुलिस की गाड़ी से आधी रात को उसकी दुकान खुलवाकर उससे 15 हजार रुपए लिए ओर 10 हजार आज देने की बात तय हुई. ये सारी वारदाते दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. घटना के बाद पीड़ित ने सारी जानकारी बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को दी तो उन्होने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. वहीं एसएसपी मनोज कुमार ने गंभीर आरोप के मद्देनजर त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार को सस्पेंड करते हुए संदीप कुमार सिंह को त्रिवेणीगंज के नए थानाध्यक्ष बनाते हुए इस मामले की जांच त्रिवेणीगंज के डीएसपी गणपति ठाकुर को सौंप दिया है.
एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि इसके दोषी चाहे पुलिस हो या कोई ओर सभी के उपर कार्रवाई होगी. गौरतलब है कि इससे पूर्व भी त्रिवेणीगंज थाना अध्यक्ष सुधाकर कुमार ने शराब की सूचना देने पर सूचक को ही जेल भेज दिया था. जिसमें उनकी काफी किरकिरी हुई थी लेकिन उनके उपर कार्रवाई नहीं हुई.
शिवशंकर पीयूष की रिपोर्ट