मुंबई : इस सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत हुई. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 190.88 अंकों की गिरावट के साथ 37,949.59 के स्तर पर खुला. एनएसएई का निफ्टी भी लाल निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 260 अंकों के नुकसान साथ 37,880.25 के स्तर पर था तो वहीं निफ्टी 75.35 अंकों की गिरावट के साथ 11,140.10 पर था.
सेंसेक्स में सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा को छोड़ 30 में 26 स्टॉक लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज भी तेजी देखी जा रही है. आज शुरुआती कारोबार में ही यह नए ऑल टाइम हाई पर था. 9 बजकर 27 मिनट पर आरआईएल के शेयर 2097.15 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. वहीं निफ्टी टॉप गेनर में सनफार्मा, रिलायंस, डॉक्टर रेड्डी, विप्रो और सिप्ला टॉप 5 में थे. जबकि टॉप लूजर में एचडीएफसी, एशियन पेंट्स, एक्सिस बैंक, आयशर और स्टेट बैंक के स्टॉक प्रमुख थे.
गुरुवार का हाल
सेंसेक्स अंकों की बढ़त के साथ के स्तर पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 83 अंकों की उछाल के साथ 11215 के स्तर पर बंद हुआ. मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती लाभ गंवाकर गुरुवार को स्थिर रुख के साथ डॉलर के मुकाबले 74.75 पर बंद हुआ. भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, आईटीसी और कोटक बैंक के शेयरों में भी लाभ रहा. वहीं दूसरी ओर एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एलएंडटी के शेयर नुकसान में रहे.
विप्रो 6.8 करोड़ यूरो में करेगी 4सी का अधिग्रहण
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो 6.8 करोड़ यूरो (करीब 589 करोड़ रुपये) में 4सी का अधिग्रहण करेगी. 4सी ब्रिटेन, यूरोप और पश्चिमी एशिया में क्लाउड सॉफ्टवेयर कंपनी ‘सेल्सफोर्स सहभागिता करने वाली कंपनियों में से एक है. शेयर बाजार को दी जानकारी में विप्रो ने कहा कि इस सौदे को चालू तिमाही के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा. 4सी की स्थापना 1997 में बेल्जियम में की गयी. इसके लंदन, पेरिस, ब्रसेल्स, कोपेनहेगन और दुबई स्थित विभिन्न कार्यालयों में 350 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं. विप्रो के क्लाउड कारोबार मंच के अध्यक्ष हरीश द्वारकानहली ने कहा कि 4सी विप्रो की सेल्सफोर्स गतिविधियों के साथ एकीकृत कर दी जाएगी. इस साझेदारी से विप्रो की पहुंच विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों तक होगी. इससे कंपनी को यूरोप में दबदबा बनाने और सेल्सफोर्स के ‘कोट टू कैश पर काम करने का अवसर मिलेगा.