PATNA : बड़ी खबर पांच राज्यों में 17 ठिकानों पर एनआईए का शिकंजा कर डाली है। बता दें एनआईए की टीम ने सुबह 5:00 बजे से ही छापेमारी कर रही है। आपको बता दें कि लगातार बिहार ,उत्तर प्रदेश ,मध्य प्रदेश ,गोवा और पंजाब शामिल है। यहां पर प्रतिबंध संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
वहीं 17 लोकेशन में से 12 बिहार में है और दो उत्तर प्रदेश में है। साथ ही 11 मध्य प्रदेश पंजाब और गोवा में है। बिहार के दरभंगा में उर्दू बाजार के डॉक्टर सारिक रजा और शंकरपुर गांव में महबूब के घर रेड मारी गई है।वहीं मोतिहारी के चकिया में पीएफआई के सदस्य सजदा के घर टीम पहुंची है। वहीं इससे पहले एनआईए की टीम पीएफआई के संगठन से जुड़े सदस्यों को पिछले महीने गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई थी।
वही पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के बाद एनआईए से जुड़े लोगों की तलाश में कई बार मोतिहारी आ चुकी है। बता दें एनआईए की टीम सोमवार की रात मोतिहारी पहुंची। जहां एसपी से मुलाकात के बाद सुबह 7:00 बजे चकिया और मेहसी थाना क्षेत्र की पुलिस के साथ कुआं गांव पहुंची। जहां तक दा अंसारी के घर का दरवाजा खुलवाया और फिर एनआईए और पुलिस की टीम ने उसके घर की तलाशी शुरू कर दी। वहीं मोतिहारी में एनआईए के हत्थे चढ़े इरशाद की निशानदेही पर श्रद्धा के घर पर छापेमारी की गई है।
हालांकि श्रद्धा पिछले 14 माह से दुबई में काम कर रहा है। और उसके घर से उसका आधार कार्ड अपने साथ ले गई। दरभंगा के द्वारा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव में सुबह 4:00 बजे एनआईटी पहुंची। जहां मोहम्मद महबूब के घर को घेरकर तलाशी शुरू कर दो तीन के आते ही गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। बताया जा था है कि टीम की खबर मिलते हैं महबूब मौके से गायब हो गया।
वहीं घर पर महबूब की मां और दोनों भाई से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि 40 वर्षीय मोहम्मद महबूब स्थानीय स्तर का नेता है और विधानसभा के लिए चुनाव भी लड़ चुका है। इससे पहले की टीम मामले में 28 जुलाई 2022 नगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला में वकील नूरुद्दीन जान को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था। वहीं 28 जुलाई को शिवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी मोहम्मद सनाउल्लाह एवं मोहम्मद मुस्तकीम के घर छापेमारी कर चुकी है। फिलहाल यह दोनों फरार चल रहे हैं।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट