छपरा : त्रिस्तरीय पंचायत में चुने जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधियों को सिर्फ जनता चुनती थी, लेकिन पंचायती राज व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए सरकार के कार्यो में इन्हें चयन नहीं किया जाता था. लेकिन मेरे अथक प्रयास के बाद वार्ड सदस्यों को भी पंचायती राज व्यवस्थाओं को मजबूत करने में अहम जिम्मेदारी दी गई और इस कार्यकाल में भी सबसे बड़ी भूमिका भी यही निभाएंगे. ये बातें सारण स्थानीय प्राधिकार से निर्दलीय प्रत्याशी इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने बड़ा लौवा, लहलादपुर, बनियापुर, रिविलगंज और छपरा के मेहिया रोड स्थित मातेश्वरी पब्लिक स्कुल में जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि वार्ड सदस्यों को आत्मनिर्भर बना कर पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानजनक वेतन, पेंशन और भत्ता के लिए आवाज मजबूत करेंगे. वार्ड सदस्य पंचायती राज व्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है. बिना वार्ड के विकास के पंचायत के बिकास की कल्पना नहीं कि जा सकती. ऐसे में पंचायत प्रतीनिधियों को भी वेतन के साथ भत्ता और पेंशन की व्यवस्था आवश्यक है. जब वार्ड सदस्य आत्मनिर्भर होंगे तभी पंचायत के विकास की रूप रेखा बना सकेंगे.
सच्चिदानंद राय ने कहा कि उनके प्रतीनिधि के रूप में पिछले कार्यकाल में सरकार के द्वारा कई निर्णय लिए गए है कुछ संकल्प अभी बाकी है. वार्ड और पंचायत को ससक्त बनाने के लिए ग्राम सभा में ही गांव की योजना बना कर उसे मूर्त रूप में उतारेंगे तभी गांव राज्य और देश का विकास होगा. वार्ड में नल-जल योजना, नली गली योजना और कचरा प्रबंधन के साथ शहरों की तर्ज पर वार्ड स्तर पर स्ट्रीट लाइट और कई महत्वपूर्ण योजना को मूर्तरूप देने के लिए चुनाव मैदान में हूं.
छपरा के जीते हुए पंचायत प्रतिनिधि भी यह समझ रहे है कि उनका प्रतीनिधि इंजीनयिर सचिदानंद राय ही उनके आवाज को विधान परिषद में बुलंद कर सकता है. इसलिए पंचायत प्रतीनिधि मेरे पक्ष में गोलबंद होकर राजनीति के नए इतिहास लिखने को बेताब है. जाति पार्टी को छोड़ लोग अपने लिए बेहतर प्रतीनिधि चुनेंगे. जिससे पंचायती राज व्यवस्था मजबूत होगी और गांव विकसित होगा.
बिपिन कुमार मिश्रा और विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट