ROHTAS : खबर सासाराम से है जहां लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कद्दावर नेता शेखर पासवान ने गुलाम रसूल बलियावी के फौज में भर्ती वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। शेखर पासवान ने कहा कि, गुलाम साहब को अभी बहुत कुछ पढ़ने की आवश्यकता है। उनको शायद मालूम नहीं सैनिकों की भर्ती शैक्षणिक एवं शारीरिक दक्षता के आधार पर की जाती है वहां जातिगत व धार्मिक भेदभाव का कोई स्थान नहीं है।
इतना ही नहीं शेखर पासवान ने अपने इस बयान को जारी रखते हुए कहा कि ,देश की रक्षा के लिए कितने मुसलमानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी और आगे भी अपने देश की रक्षा करते रहेंगे। लेकिन गुलाम साहब जैसे नेताओं की मानसिकता ठीक नहीं है इसलिए आए दिन ये लोग उटपटांग बयान देते रहते हैं। कभी रामचरितमानस तो कभी कुछ।
वही शराबबंदी के सवाल पर शेखर पासवान ने कहा कि, बिहार में आजकल शराब को लेकर एक स्लोगन चल रहा है ‘दिखता कहीं नहीं है पर मिलता सब जगह है’ इसलिए मुख्यमंत्री को इस पर विचार करना चाहिए। बिहार की जनता शराब पी कर मर रही है जबकि बेचने वाले मालामाल हो रहे हैं। अगर सरकार वाकई में शराबबंदी चाहती है तो अपनी जांच व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए लोगों में जागरूकता फैलाएं न कि गरीब जनता को पकड़कर जुर्माना वसूल करें।
रोहतास से अमित कुमार की रिपोर्ट