छपरा : बिहार में निचले स्तर पर कार्य व्यवस्था मजाक बन कर रह गई है. जहां एक महिला सरपंच ने अपने अधिकारों से अलग हटकर एक वृद्ध महिला का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर उसके हाथों में थमा दी. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब वृद्ध महिला प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत राशि उठाव करने नजदीक के सीएसपी ब्रांच पहुंची. महिला से जब सीएसपी संचालक ने केवाईसी के लिए कागज मांगी तो महिला ने सीएसपी संचालक को अपनी ही मृत्यु प्रमाण पत्र की कागज दे डाली. जिसे देखकर सीएसपी संचालक के होश उड़ गए. जी मामला छपरा के बनियापुर प्रखंड के धवरी पंचायत का है.
सरपंच द्वारा लेटर पैड पर निर्गत की गई मृत्यु प्रमाण पत्र की बातें आग की तरह फैलने लगी. फिर क्या था सरपंच पूनम देवी के पति जलेश्वर पंडित ने तुरंत ही उस वृद्ध महिला चना देवी से अपनी प्रमाणित कॉपी लेकर उसे नष्ट कर दिया. इधर, इस मामले पर बनियापुर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुदामा प्रसाद सिंह ने बताया कि जन्म अथवा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना सरपंच के अधिकार क्षेत्र में नही है. ये काम अस्पताल अथवा आंगनाबाड़ी को करना है. आखिर सरपंच द्वारा कैसे यह जारी किया गया इसकी जांच करवाते है.
चना देवी की माने तो उनकी पति की मौत पिछले वर्ष हो गई थी. जिसके बाद परिवारिक लाभ को लेकर वह सरपंच के पास कागज तैयार करवाने पहुंची थी. लेकिन उसे क्या पता सरपंच ने उसकी ही मौत का प्रमाण पत्र दे डाली है.
इस मामले पर सरपंच पूनम देवी ने बताया कि जब वह किसी काम से बैंक गई हुई थी. तभी वृद्ध महिला उनके घर पहुंची और उनके बेटे द्वारा मुहर और हस्ताक्षर करके दे दिया गया था. जिसकी जानकारी उन्हें नही थी, लेकिन जब महिला ने बैंक में यह प्रमाण पत्र पहुंचा तो इसकी जानकारी हुई. उन्होंने बताया कि उनके बेटे से यह भूल हो गई.
बिपिन कुमार मिश्रा की रिपोर्ट