PATNA : विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना में जल्द ही भक्तगण लीन होने वाले हैं. 26 जनवरी को मां सरस्वती विराजेंगी. लेकिन, इस बीच मूर्तिकार के साथ ग्राहक भी काफी नाराज दिख रहे हैं और उनकी नाराजगी की वजह है महंगाई. राजधानी पटना में मां सरस्वती की मूर्तियां तैयार होनी शुरू हो गई है. इतना ही नहीं मूर्तियां बाजारों में सजने भी लगी है लेकिन एक तरफ जहां मूर्ति का सही दाम नहीं मिलने से मूर्तिकार परेशान हैं तो वहीं दूसरी तरफ ग्राहक को दोगुने दाम में मूर्ति मिलने से परेशानी हो रही है.
ऐसा कहा जा सकता है कि महंगाई की मार जनता बुरी तरह से झेल रही है. बता दें कि, पिछले दो साल कोरोना के कारण मूर्तिकारों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी. खाने पर भी लाले पड़ने लगे थे. लेकिन, इस बार कोरोना से निजात मिला है तो अब महंगाई की मार झेल रहे हैं. मूर्तिकारों को उम्मीद थी कि इस बार उन्हें अच्छी-खासी कमाई होगी लेकिन, उल्टे उन्हें महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है. मूर्तिकार ये तक कह रहे हैं कि, बाजार का हाल इस बार रद्दी हो गया है. इतना ही नहीं खरीदारों की संख्या भी कम हो गई है.
अन्य मूर्तिकार का कहना है कि, वे करीब 40 साल से इस काम से जुड़े हुए हैं. हर एक चीज के दाम बढ़ गए है. जिसके कारण मजबूरन उन्हें मूर्ति के दाम में भी बढ़ोतरी करनी पड़ रही है. लेकिन, मूर्ति के दाम बढ़ने से लोग उसे खरीदने के लिए काफी कम संख्या में आ रहे हैं. ऐसे में उनकी लगाई गई पूंजी भी आने में दिक्कत हो रही है. वहीं, ग्राहकों का कहना है कि, पिछले साल के मुकाबले इस साल मूर्तियों के दाम दोगुने हो गए हैं. तो इस बार महंगाई जनता पर काफी ज्यादा भारी पड़ रही है. ऐसे में कहीं उनके त्योहारों का रंग भी फीका ना पड़ जाए.
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट