रांची ब्यूरो
रांची: सांसद संजय सेठ ने डॉक्-ओपीडी (docOPD ) के सहयोग से पूरे झारखंड के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त वीडियो टेली-स्वास्थ्य परामर्श शुरू किया। दिल्ली में वरिष्ठ नागरिकों के लिए 10 दिन पहले सेवा शुरू किए जाने के बाद से 12,000 से अधिक वीडियो परामर्श पहले ही सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। ज्ञात हो कि देशव्यापी तालाबंदी के कारण स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाओं तक पहुंच सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। जरूरतमंद और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को उनके आवागमन में प्रतिबंध को देखते हुए गंभीर रूप से प्रभावित किया है। वरिष्ठ नागरिकों के बीच कोरोनो वायरस फैलने के खतरे का मुकाबला करने के लिए संजय सेठ ने मंगलवार को पूरे झारखंड में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए मुफ्त वीडियो टेली-स्वास्थ्य परामर्श सेवा का शुभारम्भ किया। डॉक्-ओपीडी द्वारा ये निशुल्क सेवा वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान का हिस्सा हैं।
भारत में 70% से अधिक कोविद -19 की मृत्यु उन लोगों में दर्ज की गई है, जिनकी आयु 60 वर्ष और उससे अधिक है। महामारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी स्तर पर वर्तमान स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बर्बाद कर दिया है। इसलिए उनके हाल ही के टेली परामर्श दिशानिर्देशों में भारत सरकार द्वारा त्वरित टेली-स्वास्थ्य सेवाओं को वितरित करने की आवश्यकता अच्छी तरह से स्वीकार और अनुमोदित है। संजय सेठ ने इस सेवा को लोगों को समर्पित करते हुये कहा की, देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की अपील की थी। इसी अपील को ध्यान में रखते हुए हमने docOPD मोबाइल ऐप की सहायता से वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रौद्योगिकी-आधारित वीडियो परामर्श सेवाएं शुरू करने का फैसला किया है ताकि त्वरित पहुंच की पेशकश की जा सके। झारखण्ड में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए वरिष्ठ नागरिक परामर्श बिल्कुल मुफ्त है।
इस टेली मेडिसिन तकनीक से रांची से जुड़े वरिष्ठ न्यूरो सर्जन चिकित्सक संजय कुमार ने कहा कि इस समय ऐसी तकनीक से जुड़ना सभी चिकित्सकों और लोगों के लिए लाभकारी होगा। जोखिम से बचते हुए डॉक्टर्स एवं मरीज चिकित्सा सेवा दे एवं ले सकते हैं। इस सुविधा से अस्पतालों के OPD सेवा पर दबाव कम पड़ेगा और दूर दराज के मरीजों को भी वरिष्ठ और अनुभवी डॉक्टरों का लाभ मिल पायेगा। मोबाइल ऐप के बारे में बात करते हुए, कंपनी के सह-संस्थापक, अभिषेक कुमार ने कहा, नेटवर्क के मुद्दों पर हमने विशेष ध्यान दिया है, जो लोग वीडियो परामर्श का उपयोग करने में असमर्थ हैं। वे लाइसेंस प्राप्त डॉक्टरों से टेलीफोन पर भी बात कर सकते हैं। कंपनी के पास वर्तमान में 500 से अधिक डॉक्टर हैं, जो टेली-हेल्थ परामर्श प्रदान करते हैं।
कंपनी के झारखण्ड राज्य प्रमुख, धनंजय कुमार ने कहा, “हमारा एप अपनी तरह का एक बहुत ही अभिनव और अद्वितीय सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम है जिसका उपयोग झारखण्ड में वरिष्ठ नागरिकों द्वारा किया जा सकता है। वरिष्ठ नागरिकों के सुरक्षा को देखते हुए वे अब अपने घरों से बैठ कर चिकित्सक से परामर्श कर सकते हैं। हम समझते हैं कि कभी-कभी नेटवर्क के मुद्दों के कारण, वीडियो से परामर्श संभव नहीं हो सकता है उक्त समय में वरिष्ठ नागरिक फोन कॉल के माध्यम से भी डॉक्टरों से बात कर सकते हैं। हमारी पूरी कंपनी – ऐप के विकास से लेकर वीडियो परामर्श के लिए प्रौद्योगिकी निर्माण से लेकर सर्वर स्पेस तक हमारे देश में यहीं विकसित हुई है और हमें अपने प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी की पहल का समर्थन करने पर गर्व है। हम संजय सेठ के भी आभारी हैं। इस अवसर पर एप से जुड़े चिकित्सक डॉ आनंद बर्मन, डॉ मेजर रमेश दास, एवं चंद्रकांत रायपत भी उपस्थित थें। docOPD मोबाइल ऐप (Android) से टेली-स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं, जिसे वे Google Play स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। उसके बाद दिये गये आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन करने के बाद उपयोग कर सकते हैं।