CHHAPRA – भारत की 15 वी राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेंगी। आजाद भारत के इतिहास में यह पहला अवसर है जब आदिवासी समाज से आने वाली किसी महिला को देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने का मौका मिलेगा।देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति के रूप में और पहली आदिवासी समाज से आने वाली महिला द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ लेंगी।
द्रौपदी मुर्मू ने एक शिक्षक के रुप में जब अपना सफर शुरू किया था,तब खुद उनको भी सपने में भी एहसास नही हुआ होगा कि वो एकदिन विश्व के सबसे बड़े और प्राचीन लोकतंत्र के सबसे बड़े सर्वोच्च पद की शोभा बढ़ाएंगी।
छपरा के सैंड आर्टिस्ट अशोक ने अपने सैंड आर्ट के द्वारा द्रौपदी मुर्मू की छवि बनाकर शुभकामना देने की कोशिश की है।सैंड आर्टिस्ट अशोक का कहना है कि द्रौपदी मुर्मू का देश की राष्ट्रपति बनना हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती का नायाब उदाहरण है।जिस तरह से उनका जीवनसंघर्षों से भरा हुआ है, इतने पिछड़े और वंचित समाज आदिवासी समाज से आने वाली महिला का राष्ट्रपति बनना हमारे देश के लोकतंत्र की खूबसूरती है।
पटना से डेस्क की रिपोर्ट