बरही : हजारीबाग के बरही जा रहे झारखंड के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश को शुक्रवार को जिला प्रशासन ने रोक दिया. वह प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए विवाद में मरे रूपेश पांडेय के परिवार से मिलकर शोक संवेदन व्यक्त करने जा रहे थे. पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश को यात्रा की अनुमति नहीं दी. प्रशासन की कार्रवाई से नाराज होकर दीपक प्रकाश सड़क किनारे कुर्सी लगाकर बैठ गए.
हजारीबाग प्रशासन ने बरही से 23 किलोमीटर पहले चरही में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का काफिला रोक दिया . मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया था. इस दौरान दीपक प्रकाश के साथ यात्रा कर रहे पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. दीपक प्रकाश को यात्रा की अनुमति देने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ हल्की नोंक-झोंक भी हुई. दीपक प्रकाश ने कहा कि वह सरकार की इस कार्रवाई की अहिंसात्मक तरीके से विरोध करेंगे.
मीडिया से बातचीत करते हुए दीपक प्रकाश ने कहा कि एक तरफ सरकार के तीन मंत्रियों को बरही जाने की अनुमति दे दी जाती है, वहीं मुझे बीच रास्ते में ही रोक लिया जाता है. इससे पता चलता है कि सरकार कितनी डरी हुई है. सरकार के इस कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या कहा जाएग. उन्होंने कहा कि वह रूपेश पांडे को श्रद्धांजलि अर्पित करने जा रहे थे.
राज्य सरकार को लोकतंत्र पर विश्वास नहीं है. वह बीजेपी से डरी हुई है. कहा कि मैं मांग करता हूं कि लिखित रूप से बताया जाए कि मुझे यात्रा से क्यों रोका गया है. उन्होंने कहा कि मैं एक जनप्रतिनिधि हूं. एक राष्ट्रीय पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष हूं. ऐसे में इस तरह की दमनकारी कार्रवाई को मैं स्वीकार नहीं करूंगा. ज्ञात हो कि इससे पहले दिल्ली से आए भाजपा नेता कपिल मिश्रा को भी हजारीबाग जाने की अनुमति नहीं दी गई. उन्हें रांची एयरपोर्ट से ही वापस दिल्ली लौटना पड़ा.
गौरी रानी की रिपोर्ट