द एचडी न्यूज डेस्क : कोरोना महामारी में बिहार में सियासत भी तेजी से हो रही है. बिहार सरकार की घोषणाओं और नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने मोर्चा खोला है. पिछले दिनों मुंगेर में क्वारंटाइन सेंटर में मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाने के आदेश के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने इसे काला दिन बताया. इसके विरोध में रविवार को पार्टी के कार्यकर्ता अपने-अपने घरों के आगे काली पट्टी बांधकर धरना देंगे.
पार्टी ने कहा कि मीडिया को रोककर छिपाने की कोशिश की जा रही है. रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का हाल इतना बुरा है जहां सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. इस बदहाली का सच उजागर करने वाले मीडिया के लोगों पर पाबंदी लगाकर राज्य सरकार ने विचित्र निर्णय लिया है. बिहार सरकार ने क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर मीडिया के लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया है ऐसा निर्णय सीधा लोकतंत्र पर हमला है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. उपेंद्र कुशवाहा ने बाहर से आनेवाले मजदूरों को 10 हजार रुपए देने की मांग की है.

रालोसपा मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने बताया कि मुंह पर काला पट्टी बांधकर सभी कार्यकर्ता अपने घर के सामने बैठेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे. अभिषेक झा ने कहा कि मजदूरों को रोजगार देना और मीडिया की स्वतंत्रता बड़ा सवाल है. शुक्रवार को रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आमजनों और मीडिया व आरएलएसपी के नेताओं को फेसबुक लाइव के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार कोरोना जैसी महामारी से निपटने में नाकाम साबित हो रही है.