द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में नौ जून को प्रस्तावित भाजपा की पहली चुनावी रैली की डेट बदल गई है. अब अमित शाह की वर्चुअल रैली सात जून को होगी. इसके बाद राजद ने भी अपनी विरोध की डेट के साथ टाइम बदल दी है. राजद किसी भी कीमत पर बीजेपी का पीछा नहीं छोड़ने वाले है. भाजपा की प्रस्ता वित रैली का राजद अपने तरीके से विरोध करेगा. उस दिन को राजद गरीब अधिकार दिवस के रूप में मनाएगा.
तेजस्वी यादव ने कहा कि लोग कोरोना और भूख से मर रहे है, लेकिन बीजेपी रैली कर रही है. देश कोरोना वायरस से अभी उभरा भी नहीं है और बीजेपी की सियासी भूख सामने आ गई है. ऐसे में एनडीए गठबंधन के लोगों का चेहरा जनता के सामने आ गया है. भूख से लोगों की मौतें हो रही है. इस निक्कमी सरकार और डबल इजन की सरकार को गरीबों की चितां नहीं है बल्कि ये लोग अपनी भूख मिटाने पर लगे हुए है. सत्ता का भूख मिटाने की चिंता है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग मजदूरों के साथ खड़े है, हमलोग बेरोजगार नौजवानों के साथ खड़े है. हमलोग सियासी भूख की बजाय गरीबों की भूखी फिक्र कर रहे हैं और यही वजह है कि उन्होंने सात जून को गरीब अधिकार दिवस मनाने का फैसला किया है.
सात जून को तेजस्वी यादव और बीजेपी आमने सामने होगें. भारतीय जनता पार्टी के इस एलान के बाद कि सात जून को अमित शाह डिजिटल रैली के जरिए शंखनाद करने वाले हैं. तेजस्वी उनके साथ मुकाबले के लिए सामने आ खड़े हुए हैं. बीजेपी की ओर से तारीख में बदलाव किए जाने के बाद तेजस्वी ने भी गरीब अधिकार दिवस की तारीख में बदलाव कर दिया है. अब दोनों सात जून को ही एक-दूसरे के सामने-सामने होंगे.