द एचडी न्यूज डेस्क : पिछले दिनों जिस तरीके से एक वीडियो वायरल हो रहा है कि दुल्हन के कमरे में जाकर पुलिस शराबबंदी को लेकर छापेमारी कर रही है. उसके बाद आप सियासत पूरे तरीके से गरमा गई है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस मामले को लेकर सुशासन की सरकार पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू यह कैसा सुशासन है. जब आपकी पुलिस दुल्हन के कमरे में जाकर छापेमारी करे. जब की दुल्हन के कमरे में शादी वाले दिन उनके परिवार के लोग भी जाने से बचते हैं. जो दुल्हन नए जिंदगी में प्रवेश करना चाह रही है उस दुल्हन के घर पर छापेमारी करा रहे हैं. आप वहां छापेमारी कर क्या दिखाना चाहते है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी लागू तो है लेकिन खुलेआम शराब बिक रहा है. 20 हजार करोड़ का समानांतर एक जो पैसे की आमदनी का स्रोत है वह नीतीश कुमार ने खड़ा कर लिया है.
वहीं उन्होंने कहा कि जब हमलोग शराबबंदी को लेकर बात करते थे तो हम पर आरोप लगाया जाता था कि हम शराबबंदी के खिलाफ लेकिन हम शराबबंदी के खिलाफ नहीं है. शराबबंदी जिस तरीके से बिहार में अभी लागू है हम उसके खिलाफ है. वहीं आईएएस केके पाठक की वापसी को लेकर जगदानंद सिंह ने कहा कि पहले भी जब शराबबंदी लागू हुई थी. उस वक्त भी आईएएस केके पाठक की मध्य निषेध विभाग के सचिव थे और कई लोगों को पकड़ा. लेकिन जैसे ही जदयू के एक कार्यकर्ता का नाम शराब व्यवसाय में सामने आया तो पाठक की बदली हो जाती है. इससे समाज में मैसेज गया कि नीतीश बाबू ने सरकार के राजस्व की वसूली बंद कर दी है. लेकिन कार्यकर्ताओं से राजस्व की वसूली अभी भी चालू ही है. ऊपर तक जांच क्यों नहीं की जाती. हम मांग करते हैं कि ऊपर तक जांच होगी. अगर ऊपर तक जांच होगी तो जो पोषण कर रहे हैं शराब माफियाओं का वह भी गिरफ्त मे आएंगे.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट