द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार की राजधानी पटना में आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लिए उतार-चढ़ाव का दिन रहा. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद को लगा बड़ा झटका लगा है. चुनाव से पहले राजद के पांच विधान परिषद के सदस्यों ने जेडीयू का दामन थाम लिया है. इसी को लेकर राजद ने आज पटना में प्रेस कांफ्रेंस किया. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मीडिया को संबोधित किया. जगदानंद सिंह ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि जदयू को गंदा नाला करार दिया है. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जगदानंद सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया.
आपको बता दें कि राजद के दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद कमरे आलम और रणविजय सिंह ने चुनाव से पहले जदयू ज्वाइन कर लिया है. बिहार विधान सभा चुनाव के पहले राजद को यह बड़ा झटका लगा है. बताया जा रहा है कि इन विधायकों को तोड़ने में जदयू सांसद ललन सिंह की बड़ी भूमिका रही है.
वहीं पार्टी में लालू यादव के बाद सबसे वरीय नेता माने जाने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया है. रघुवंश सिंह की नाराजगी के पीछ एक बड़ी वजह बतायी जा रही है. रघुवंश प्रसाद ने पूर्व सांसद रामा सिंह को पार्टी में शामिल किए जाने की कवायद से नाराज होकर यह फैसला लिया है. उन्होंने साफ तौर पर पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ”पार्टी को नरक बना दिया है, हर संकट में लालू का साथ दिए, पैसे लेकर टिकट बेचना मुझे बर्दाश्त नहीं,. जाहिर है यह बयान राजद की मुश्किलें बढ़ा सकता है.
यह मामला यहीं नहीं रूका. राजद के पांच विधान परिषद के जदयू में शामिल होने के बाद अब तीसरा झटका राबड़ी देवी को लगा है. पांच एमएलसी के जेडीयू में शिफ्ट होने के बाद अब राबड़ी देवी की विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष वाली कुर्सी छीन जाएगी. नियम के मुताबिक सदन में नेता प्रतिपक्ष होने के लिए कुल सीट का 10 फीसदी यान कम से कम आठ सीट होनी चाहिए. राजद के पास विधान परिषद में तीन सदस्य ही बचे हैं. इस बार अगर विधान परिषद में तीन सदस्य राजद कोटे से आ भी जाते हैं तो आंकड़ा छह ही पहुंचेगा. कुल मिलाकर अब राबड़ी देवी को सदन में नेता प्रतिपक्ष वाली कुर्सी छोड़ने होगी.