पटना : बिहार में जातीय जनगणना कराए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) आज बिहार के साथ-साथ पटना की सड़कों पर उतर गई है. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जगह-जगह पर प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे हैं. वहीं राजधानी पटना प्रदेश कार्यालय में नेता और भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद हैं. राजद पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पार्टी राज्य के सभी जिला मुख्यालयों की सड़कों पर जातीय जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलॉग के लाखों रिक्त पदों को भरने और मंडल आयोग की शेष सभी अनुशंसाओं को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन करेगी. प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा.
आपको बता दें कि जातीय जनगणना कराने, आरक्षित कोटे से बैकलॉग के रिक्त स्थानों को भरने और मंडल कमीशन की सभी अनुशंसा लागू करने को लेकर आज एक विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है. पिछले दिनों भी लगातार विपक्ष मानसून सत्र के दौरान भी जातीय जनगणना कराने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा. मुख्यमंत्री से विपक्ष के नेताओं ने मुलाकात भी की और लगातार सरकार के ऊपर दबाव बना रहे हैं कि बिहार में जातीय जनगणना कराई जाए.
इसको लेकर मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री से मिलने के लिए भी कहा गया लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से इस मामले को लेकर मुलाकात नहीं किया. जिसके बाद विपक्ष का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा है. आज धरना प्रदर्शन के साथ-साथ आज डीएम को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. लगातार विपक्ष जो है वह सरकार को जगाने का काम कर रही है. बिहार से लेकर दिल्ली तक लगातार विपक्ष सरकार को घेर रही है. जाति आधारित जनगणना, मंडल कमीशन और आरक्षित कोटे से बहाली को लेकर लगातार सरकार को विपक्ष घेर रही है. जिसको लेकर आज पटना राजद कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया गया.
वहीं राजद के तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ता सब लोग आज सड़कों पर झंडा लेकर उतरे हुए हैं. सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं. विपक्ष अपनी मांगों को पूरा करने को लेकर सरकार को घेर रही हैं. वहीं राजद विधायक रीतलाल यादव ने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर हमारे साथ है और हम जो मांग कर रहे हैं वह जायज मांग है. इस वजह से सरकार हमारे साथ है. वहीं राजद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह नीतीश कुमार पलटू राम है. अभी वह हमारे साथ है लेकिन कभी भी वह पलटी मार सकते हैं. जिस कारण उनकी बातों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने किया समर्थन
मालूम हो कि राज्य में जातीय जनगणना को लेकर सियासत गर्म है. इस मामले को लेकर राज्य में एनडीए में शामिल जदयू भी राजद के समर्थन में है. जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दिल्ली में हुई बैठक में इस संबंध का प्रस्ताव पास किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातीय जनगणना को लेकर पहले ही कह चुके हैं कि ये आवश्यक है.
योजनाएं बनाने में होगी आसानी
उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर जनगणना एक बार तो की ही जानी चाहिए. इससे सरकार को दलितों के अलावा अन्य गरीबों की पहचान करने और उनके कल्याण के लिए योजनाएं बनाने में सुविधा होगी. उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले पर पुनर्विचार करने का भी अनुरोध किया है. बिहार एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी जातीय जनगणना कराने की जदयू की मांग का समर्थन कर चुकी है. प्रदर्शन सुबह 11 बजे से होगा.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट