पटना : शराब और नशाबंदी के मसले पर बिहार में सियासत इन दिनों काफी गर्म है. बिहार में शराबबंदी को लेकर विरोधी लगातार हमलावर हैं. विपक्ष शराबबंदी को पूरी तरह फेल बता रहा है और नीतीश कुमार पर हमलावर तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद समेत विपक्ष शराबबंदी को फ्लॉप बता रहे हैं. वहीं एक बार फिर से बिहार में शराबबंदी को लेकर विरोध कर रही राजद ने अब सीधे-सीधे बिहार के मुख्यमंत्री पर ऐसा आरोप लगा दिया जिससे बिहार की राजनीति में बवाल हो गया है. राजद के विधायक ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को गांजा पीने का आदि बता दिया है. राजद विधायक का कहना है कि मुख्यमंत्री खुलेआम गांजा पीते हैं, यह बात सभी लोगों को पता है, लेकिन उन्हें कोई रोकनेवाला नहीं है जबकि प्रदेश में गांजा सेवन भी प्रतिबंधित है.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री को गंजेड़ी बतानेवाले यह विधायक राजवंशी महतो हैं, जो बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर से राजद के टिकट पर एमएलए हैं. जब उनसे शराबबंदी को लेकर सरकार की कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे सीधे सीएम नीतीश कुमार से जोड़ दिया. चेरिया बरियारपुर विधायक का कहना है कि सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री गांजा पीते हैं. गांजा पीने के बाद ही वह चिल्लाते हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.
उन्होंने सीएम नीतीश पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरों को सुधारने के पहले खुद में सुधार लाना चाहिए जिस राज्य का मुख्यमंत्री ही गांजा पीता है. वह दूसरों को शराब नहीं पीने का दंड दे रहा है. अगर शराब पीना बुरी चीज है तो गांजा, भांग समेत दूसरे मादक पदार्थ का सेवन करना भी बुरी बात है. दरअसल, बेगूसराय जिले में समाहरणालय स्थित कारगिल विजय भवन में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2022 का समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें भाग लेने पहुंचे राजद विधायक से जब बिहार में शराबबंदी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मुख्यमंत्री को ही लपेट लिया और सरकार पर तंज कसते हुए यह बड़ा आरोप लगा दिया.
वहीं आगे उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी होने से सबसे ज्यादा गरीब का बच्चा जेल में बड़े-बड़े लोग पैसे का लोभ देकर गरीब या उनके बच्चों तस्करी कर आते हैं और पकड़े जाते हैं. लेकिन बड़े-बड़े लोग बच जाते हैं. जरूरत है बड़े लोगों को पकड़ने की तब जाकर तस्करी पर रोक लगेगी लेकिन सरकार ऐसा ना कर सिर्फ और सिर्फ गरीबों को सताने का काम कर रही है, सिर्फ शपथ लेने से शराबबंदी सफल नहीं होगी. बिहार में शराबबंदी नाम की है बिहार के अधिकारी ही शराब पीते हैं और बेचवाते भी हैं.