खगड़िया जिले में कोसी और बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दोनों नदियों के जलस्तर लगातार बढ़ने से जिले के छह प्रखंडों के 55 गांवों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। हालांकि अभी तक जिले के सारे बांध सुरक्षित हैं और उन पर प्रशासन के द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है। वहीं जिला प्रशासन की मानें तो प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को कोई असुविधा नहीं हो इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर मुक्कमल इंतजाम किए गए हैं। प्रभावित लोगों के लिए जहाँ 36 नावों की व्यवस्था की गई है वहीं लोगों को जरुरत पड़ने पर भोजन कराया जा सके इसके लिए कम्युनिटी किचन का भी इंतजाम कर लिए गए हैं। वहीं प्रभावित लोगों को पॉलीथिन सीट का भी वितरण किया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 124 ऊंचे शरण स्थलों को चिन्हित किया गया है। वहीं तटबंधों की निगरानी के लिये होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है।
जल संसाधन विभाग की माने तो लगातार हो रही बारिश से खगड़िया में कोसी और बागमती नदी का जलस्तर खतरे की निशान से ऊपर बह रही है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।वहीं पीड़ित लोगों की मानें तो प्रशासन के द्वारा अभी तक कोई भी सुविधा हमलोगों को नहीं मिली हैं। वहीं फसल की बात करें तो नदी के जलस्तर के बढ़ने से मक्के की फसल को नुकसान हुआ है जिसका प्रशासन के द्वारा क्षति का आकलन का निर्देश दे दिया गया है।नुकसान के आकलन के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जायेगा।
अनिश कुमार की रिपोर्ट