तोपचांची : गिरिडीह जिले के पीरटांड़ प्रखंड में खुखरा थाना क्षेत्र की पारसनाथ पहाड़ी की तराई में स्थित शृंखलाबद्ध पहाड़ी पर्वतपुर-पांडेयडीह की तलहट्टी से सुरक्षा बलों ने एक हार्डकोर नक्सली को पकड़ा है. गिरफ्तार नक्सली प्रशांत मांझी बताया जाता है, जिस पर 10 लाख रुपए का इनाम है. पुलिस ने उसकी सुरक्षा में लगे पांच नक्सलियों को भी दबोचा हैं, जिनमें दो महिला और तीन पुरुष हैं.

गिरफ्तार प्रशांत मांझी के पास से एक एके-47, जिंदा कारतूस, मोबाइल चार्जर, साबुन एवं अन्य सामान बरामद किये गये हैं. अन्य नक्सलियों के पास से भी हथियार बरामद होने की सूचना है. कार्रवाई गुरुवार की दोपहर की गई. गिरिडीह जिला पुलिस गिरफ्तारी की बाबत कुछ भी बताने से साफ इनकार कर रही है.
हालांकि सूत्रों का कहना है कि प्रशांत मांझी समेत छह नक्सलियों को दबोचा गया है. पुलिस इनका आपराधिक इतिहास पता कर रही है. यही वजह है कि गिरफ्तारी की बाबत सुरक्षा बल आधिकारिक रूप से कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं. बताया जाता है कि हार्डकोर माओवादी प्रशांत मांझी के अपने दस्ते के साथ पांडेयडीह जंगल के नीचे तलहट्टी में मौजूद होने की गुप्त सूचना पुलिस को मिली थी. गिरिडीह जिला पुलिस और सीआरपीएफ ने तुरंत एक टीम बना कर उस जगह की चारों ओर से घेराबंदी कर पूरे इलाके को सील कर दिया. जांच के क्रम में नक्सली प्रशांत मांझी अपने दस्ते के कुछ नक्सलियों के साथ छुपा हुआ मिल गया. प्रशांत को जब यह अहसास हो गया कि वह सुरक्षा बलों से पूरी तरह घिर चुका है, तो उसने सामना करना मुनासिब नहीं समझा.

पहले घेरे में चल रहा था मांझी
मधुबन थाना क्षेत्र के जोभी टोला का रहनेवाला प्रशांत मांझी अपने दस्ते के पहले घेरे में मौजूद था. उसके दस्ते में 40-50 नक्सली शामिल थे. दूसरा घेरा 500 मीटर की दूरी पर मौजूद था, जो बाहरी कवच प्रदान किए हुए था. जब पुलिस ने पहले घेरे को अपने काबू में किया तो दूसरे घेरे के नक्सलियों को इसकी भनक लग गयी और वे मौके से भाग निकले. इधर, पहले घेरे में मौजूद प्रशांत के अलावा उसकी सुरक्षा में लगे दो महिला व तीन पुरुष नक्सलियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
खास बातें
हथियारों के अलावा जिंदा कारतूस, मोबाइल चार्जर, साबुन एवं अन्य सामान बरामद
श्रृंखलाबद्ध पहाड़ी पर्वतपुर-पांडेयडीह की तलहटी में छुपा था दस्ता
सुरक्षा बलों से घिरा देख सरेंडर करने में ही भलाई समझी
महिला नक्सली से मिलने संताल से आया था संगठन का सदस्य