बोकारो : झारखंड में पहली कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद चिंतित बोकारो जनरल अस्पताल प्रबंधन के लिए एक अच्छी खबर आई है. कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज करने वाले चिकित्सक की नेगेटिव रिपोर्ट आई है. बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत साडम के रहने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन व अस्पताल के चिकित्सक और चिकित्साकर्मी ख़ौफ़जदा थे. क्योंकि इलाज शुरू करने से पहले किसी को पता नहीं था कि वह कोरोना पॉजिटिव है.

झारखंड में रांची के बाद दूसरा कोरोना हॉट स्पॉट बन चुके बोकारो से गुरुवार को 46 और शुक्रवार को आठ सैंपल भेजें गये थे इनमें से रिम्स प्रशासन ने चार लोगों की रिपोर्ट जारी की है. जिसमें एक बोकारो जनरल अस्पताल का वह चिकित्सक भी है जो गोमिया के साडम गांव के वृद्ध कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कर रहा था. रिपोर्ट आने के बाद बोकारो जनरल अस्पताल प्रबंधन ने राहत का सांस ली है. बोकारो के सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार पाठक ने नेगेटिव रिपोर्ट की पुष्टि की है.


आपको बता दें कि नौ अप्रैल को 54 संदिग्धों का सैंपल लिया गया था. इनमें से 26 गोमिया के है तो 20 चंद्रपुरा प्रखंड के पिपराडीह गांव के हैं. सात बोकारो जनरल अस्पताल के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों का सैंपल है. एक शहर के मशहूर चिकित्सक के पायलट पुत्र का है. माना जा रहा है कि इन 54 सैंपलों में से अधिकांश व्यक्ति संक्रमित मरीजों के काफी क्लोज कांटेक्ट में से हैं. अब बोकारो प्रशासन की नजर आने वाले 113 रिपोर्ट पर है. यह रिपोर्ट बताएगी कि बोकारो में कोरोना किस स्टेज में है. यदि पॉजिटिव पाए गए मरीजों की संख्या में वृद्धि होती है तो सामुदायिक प्रसार की संभावना बढ़ेगी. यदि सभी रिपोर्ट नेगेटिव पाए जाते हैं तो जिला प्रशासन के लिए राहत की बात होगी.
बताते चलें कि बोकारो जिले में चंद्रपुरा प्रखंड के पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद 20 सैंपल लिए गए थे जबकि गोमिया से एक के पॉजिटिव होने के बाद मृत मरीज के संपर्क रखने वाले 26 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था.

राकेश शर्मा की रिपोर्ट