द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार बीजेपी प्रदेश कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम चलाया जा रहा है. आज सहयोग कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम रेणु देवी के साथ और नेता मौजूद रहे. सहयोग कार्यक्रम के बाद रेणु देवी मीडिया से रूबरू हुई. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के जातीय जनगणना वाले बयान पर डिप्टी सीएम ने तंज कसा है.
जातिगत जनगणना पर बिहार के डिप्टी सीएम रेणु देवी कहा कि हम सामाजिक समरसता की बात करते है और आप जातीय जनगणना की बात करते है. जातीय जनगणना से क्या होगा, हम औऱ आप जो एक पहलू उसमें भी तो द्वेष होना है. वहीं आगे उन्होंने कहा कि हम जब सामाजिक समरसता की बात करते हैं तो हमें सामाजिक समरसता में ही रहना चाहिए. हम सभी लोग एक हैं. हम कहते हैं कि सबका साथ सबका विकास रहेगा तो ही काम संभव हो पाएगा. हम सबका साथ, सबका विकास की चिंता करते हैं.
जातीय जनगणना को लेकर ऐसा नहीं लगता है कि इस पर कोई इश्यू बनाना चाहिए. डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि वोट की राजनीति में न करें. आपने तो जातीय जनगणना को लेकर इश्यू बना डाला हैं. लेकिन आपने तो जनता को छोड़ केवल परिवार को आगे बढ़ाया है. आपने केवल परिवार के लिए चिंता की है, लेकिन जो नहीं करता है वह सारे लोगों की चिंता करता है. रेणु देवी ने कहा कि आप सोचते हैं कि हम पिछड़ा/अति पिछड़ा दलित का वोट बैंक बनाए है ये वोट बैंक नहीं बनने वाला है. जदयू और हम पार्टी की अलग सोच है, हमारी अलग सोच है. जातीय जनगणना पर आपसी मतभेद कराने के लिए बात हो रही है. बता दें कि जातीय जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव ने 33 नेताओं को पत्र लिखा है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि जब जातीय जनगणना का समय होगा तो उसके बारे में सोची जाएगी. देश का विकास हो रहा है और उसमें छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए. जनगणना पर वोट लेने की कोशिश की जा रही है. 27 सितंबर को भारत बंद पर डिप्टी सीएम ने कहा कि किसान के विरोध में किसान नहीं आते हैं, मजदूर लाया जाता है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर कैसे मजदूर लाए गए यह सब साबित हो गया है. किसानों के हित में देश की सरकार ने काम किया है. किसानों को निर्धारित मूल्य सरकार से मिल रही है. किसानों को भ्रम जाल में डालकर आंदोलन के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट