मुंबई : एक तरफ रिलायंस जियो में निवेश के लिए लाइन लगी है. पिछले करीब दो महीने 10 निवेशकों के जरिये 11 निवेश हो चुके हैं. वहीं अब खबर है कि मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज फ्यूचर समूह की कुछ इकाइयों में हिस्सेदारी खरीद सकती है.
अंतिम चरण में बातचीत
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के बीच समझौता अंतिम चरण में है और अगले महीने इस डील की घोषणा हो सकती है. मुकेश अंबानी और फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी के बीच सौदे को लेकर बातचीत सकारात्मक दिशा में चल रही है. रिलायंस के निवेश से फ्यूचर समूह के संस्थापक किशोर बियानी को कर्ज उतारने में मदद मिल जाएगी.
अमेजन भी दौड़ में
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेजन भी फ्यूचर रिटेल लिमिटेड में भी हिस्सेदारी खरीदना चाहती है, पहले से ही फ्यूचर समूह की अमेजन डॉट कॉम के साथ भी साझेदारी है, लेकिन फ्यूचर समूह की होल्डिंग कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने की रिलायंस की पेशकश के बाद परिणाम मुकेश अंबानी के पक्ष में आ सकता है.
इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज को ई-कॉमर्स क्षेत्र में दबदबा बढ़ जाएगा. दरअसल तेल, टेलिकॉम के बाद रिलायंस की नजर रिटेल बाजार पर है. हाल ही समूह ने रिलायंस रिटेल (Jiomart) को ऑनलाइन लॉन्च किया है. अगर फ्चूचर के साथ रिलायंस का सौदा यदि सफल हो जाता है, तो भारत में अमेजन और रिलायंस के बीच प्रतिस्पर्धा खुलकर सामने आ जाएगी.
अमेजन भी भारत में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहता है. फ्यूचर कूपंस लिमिटेड में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद अमेजन की फ्यूचर रिटेल में भी 1.3 फीसदी हिस्सेदारी हो गई है.
कर्ज चुकाने में किशोर बियानी को मिलेगी मदद
हालांकि अभी तक डील पर मुहर नहीं लगी है. फ्यूचर समूह की 5 लिस्टेड कंपनियां हैं, इनमें फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड और फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन लिमिटेड भी शामिल हैं. फ्यूचर समूह पर अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट इंक, ब्लैकस्टोन ग्रुप इंक और यूबीएस ग्रुप एजी जैसी कंपनियों का कर्ज बकाया है.