PATNA – पहले से ही JDU से नराज चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह ने आखिरकार JDU की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। नालंदा के अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर में उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए यह घोषणा की। इससे पहले उन्होंने एक सादे कागज पर एक लाइन में अपनी बात लिखकर JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को अपना इस्तीफा भेजा।
इस्तीफे के साथ उन्होंने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। कहा कि JDU डूबता हुआ जहाज है। इसमें अब बचा क्या है? मैंने अपने सहयोगियों से कह दिया है कि जहां काम कर सकें, वहां चले जाएं। साथ ही उन्होंने CM नीतीश कुमार को अपने निशाने पे लेते हुए कहा की कि वो सात जन्मों तक प्रधानमंत्री नहीं बन सकते।
RCP सिंह ने यह भी कहा कि हमें कोई लेटर नहीं मिला। मैं इस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहा हूं। एक बार पूछना चाहिए था। दो लोगों ने लेटर लिख दिया तो अब इतना हंगामा कर रहे हैं। मैं कैसे ऐसे लोगों के साथ रहूंगा। इसी पर मैंने निर्णय लिया है कि अब बहुत हो गया। मैं अब सीधे-सीधे पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। बता दें पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह से 2013 से अबतक खरीदी गई संपत्तियों को लेकर JDU ने जवाब मांगा था।