नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ने आज वित्त वर्ष 2022-23 की पहली क्रेडिट पॉलिसी जारी कर दी है और इसमें आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि जियो पॉलिटिकल तनावों का असर कई अर्थव्यवस्थाओं पर आ रहा है. भारत के ऊपर भी रूस-यूक्रेन युद्ध का असर आ सकता है और हमारे आर्थिक विकास पर निगेटिव असर आ सकता है, लिहाजा भारत के लिए ये चुनौतीपूर्ण समय है.
रेपो रेट 4 फीसदी पर बरकरार रखा- रिवर्स रेपो रेट में बदलाव
रिजर्व बैंक ने आज अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और रेपो रेट को चार फीसदी पर बरकरार रखा है. इसके अलावा रिवर्स रेपो रेट को 40 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 3.75 फीसदी कर दिया है. इसके अलावा कैश रिजर्व रेश्यो भी चार फीसदी पर बरकरार रखा है. बता दें कि ये लगातार 11वीं मौद्रिक नीति है जिसमें आरबीआई ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है.
महंगाई दर बढ़ने का अनुमान – आरबीआई
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपने संबोधन में कहा कि देश में महंगाई दर में बढ़ोतरी का अनुमान है और नीतिगत दरों को लेकर आरबीआई का अकोमडेटिव रुख बरकरार है. इस साल मानसून सामान्य रहने का अनुमान है. रिटेल महंगाई दर के वित्त वर्ष 2022-23 में 5.7 फीसदी पर आने का अनुमान रखा गया है. वहीं अप्रैल-जून 2022 के लिए रिटेल महंगाई का अनुमान 6.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है. इसके अलावा जुलाई-सितंबर तिमाही में रिटेल महंगाई दर का अनुमान 5.3 फीसदी पर रखा गया है जबकि अक्टूबर-दिसंबर के लिए रिटेल महंगाई दर के 5.3 फीसदी पर रहने का अनुमान है.
GDP ग्रोथ अनुमान
वित्त वर्ष 2023 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7.8 फीसदी से घटाकर 7.2 फीसदी पर रखा गया है और वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही का जीडीपी ग्रोथ अनुमान चार फीसदी पर रखा गया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये भी कहा कि शेयर बाजार में अनिश्चितता बरकरार रह सकती है.
6 अप्रैल से 8 अप्रैल के बीच हुई एमपीसी की बैठक
बता दें कि छह अप्रैल से आठ अप्रैल के बीच मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक हुई है और इसमें देश की जीडीपी ग्रोथ, महंगाई दर समेत कई मुद्दों पर एमपीसी के सदस्यों के मत के आधार पर फैसले लिए गए हैं. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 18 अप्रैल से मनी मार्केट खुलने का समय सुबह नौ बजे होगा और ये नौ बजे खुला करेगा.