रांची : राजधानी रांची में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह खाद्य आपूर्ति एवं वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि हिंदुस्तान ने हमेशा कांग्रेस पर भरोसा जताया है. इस मौके पर डॉ. रामेश्वर उरांव के अलावा, कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर गजेंद्र प्रसाद सिंह, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शकील अख्तर अंसारी, प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षं आदित्य विक्रम जयसवाल, कांग्रेस नेता निरंजन पासवान, प्रदेश कांग्रेस खेल विभाग के चेयरमैन अमरेन्द्र कुमार सिंह सहित कांग्रेस के वरीष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों, विधायकों और सांसदों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी द्वारा जारी धरोहर श्रृंखला की छत्तीसवीं वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर अपलोड कर देश के वर्तमान पीढ़ियों को अवगत कराने का काम किया.
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा रामेश्वर उराँव आज राष्ट्र निर्माण की अपने महान विरासत कांग्रेस की श्रृंखला धरोहर की छत्तीसवीं वीडियो को अपने सोशल मीडिया व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक एवं ट्विटर पर जारी करते हुए कहा कि जब भी अवसर मिला हिंदुस्तान ने कांग्रेस पर ही भरोसा जताया है. ऐसा ही अवसर 1937 में भी आया था जब प्रांतीय चुनाव के रूप में देश ने कांग्रेस पर अटूट भरोसा जताया था. धरोहर की इस कड़ी में उसी भरोसे की झलक दिखाई देती है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा 1937 के प्रांतीय चुनाव नतीजों ने स्पष्ट कर दिया था कि देश आजादी के बाद कांग्रेस के कंधों पर ही विकास की उड़ान भरने वाला है.
प्रांतीय चुनाव के नतीजों ने ब्रिटिश हुकूमत के सूर्यास्त के साथ लोकतंत्र के उदय का भी संकेत स्पष्ट तौर पर दे दिया था, आज उस लोकतंत्र पर हमला किया जा रहा है, आवाजों को कुचला जा रहा है, अधिकार मांगने पर किसान तक को खालिस्तानी से लेकर आतंकवादी तक क्या-क्या नहीं बोला जा रहा है, इस लोकतंत्र को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है तभी भरोसा वापस लौटेगा. उन्होंने कहा आजादी का संघर्ष खुद के शासन के लिए था. लगातार लड़ाई, संघर्षों,आंदोलनों, बलिदानों के बाद 1935 में जब प्रांतीय स्वशासन का अधिकार भारतीयों को मिला.
1935 के भारत सरकार अधिनियम के जरिए भारतीयों ने प्रांतीय शासन के प्रबंध का जो अधिकार हासिल किया था उसके चलते 1937 में पहली बार भारत में प्रांतीय चुनाव करवाए गए. पहले प्रांतीय चुनाव में देश ने कांग्रेस पर जमकर भरोसा जताया और सांप्रदायिक दुष्प्रचार को दरकिनार करते हुए हर धर्म, जाति और संप्रदाय ने कांग्रेस के पक्ष में भारी मतदान करते हुए 707 सीटों पर जीत दिलाई. इस तरह कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी. देशवासियों के इस भरोसे और समर्थन के बदौलत कांग्रेस 11 में से सात प्रांतों में अपनी सरकार बनाई.
कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम ने कांग्रेस की धरोहर छत्तीसवीं वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर जारी करते हुए कहा कि देशवासियों का यह भरोसा और समर्थन कांग्रेस ने आजादी के कड़े संघर्ष की बदौलत हासिल किया था. कांग्रेस ने सरकार तभी बनाई जब ब्रिटिश हुकूमत ने बाकायदा यह माना कि गवर्नर जनरल बेवजह सरकारों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे. क्योंकि कांग्रेस स्वतंत्र शासन के अपने विचार से पीछे हट कर देशवासियों का भरोसा नहीं तोड़ना चाहती थी.
झारखंड सरकार में कांग्रेस मंत्री बादल पत्रलेख एवं बन्ना गुप्ता ने धरोहर वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक, टि्वटर व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर जारी करते हुए कहा कि आगे चलकर जब दूसरे विश्व युद्ध में अंग्रेज हुकूमत ने बगैर भारतीय विधानमंडल की सहमति के भारत को युद्ध में झोंका तो कांग्रेस के प्रांतीय मंत्री मंडलों ने एक पल में इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि आखिर जब लड़ाई ही आजादी के लिए लड़ी जा रही थी. देश के स्वाभिमान से समझौता कैसे किया जा सकता था.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से धरोहर वीडियो की छत्तीसवीं वीडियो जारी करते हुए कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध में जब कांग्रेस के प्रांतीय मंत्रीमंडलों ने इस्तीफा दे दिया. तब कुछ ऐसे भी दल थे जिनको सत्ता से ही मतलब था जो इसके बावजूद भी प्रांतों में सत्ता में बरकरार रह कर आजादी की लड़ाई को कमजोर कर रहे थे. प्रांतीय चुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया था कि देश आजादी के से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करना चाहता था. आज की धरोहर युवाओं के लिए प्रेरणा का काम करती है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सुखेर भगत, चैतू उरांव, सन्नी टोप्पो, बेलस तिर्की, फिरोज रिजवी मुन्ना, सोनी नायक, विनीता पाठक, विभय शाहदेव, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, विधायक, सांसद और मंत्रियों ने धरोहर वीडियो को अपने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता के समक्ष प्रेषित किया है जो काफी ट्रेंड कर रहा है.
गौरी रानी की रिपोर्ट