रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति डॉ. रामेश्वर उरांव और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख नई दिल्ली में पार्टी के आला नेताओं से मुलाकात कर बुधवार को वापस रांची लौटे. रांची हवाईअड्डे पर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे समेत अन्य पार्टी नेताओं-कार्यकर्त्ताओं ने उनका माला पहना कर स्वागत किया.
राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाईअड्डे पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि नई दिल्ली दौरे के क्रम में पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात हुई. इस दौरान पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि झारखंड के कई जिले पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे है, जबकि असम में टी- गार्डन में बड़ी संख्या में झारखंड के भी जनजातीय समुदाय लोग काम करने गए है.
कांग्रेस कार्यकर्त्ता इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में हरसंभव सहयोग करें. उन्हें भी पार्टी नेतृत्व की ओर से जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे निभाएंगे. उन्होंने बताया कि वे चाहेंगे यदि चुनाव प्रचार की जिम्मेवारी मिलती है, तो दार्जिलिंग और टी-गार्डन बहुल इलाके में जाने की कोशिश करेंगे, क्योंकि उस क्षेत्र में बड़ी संख्या में झारखंड के लोग और जनजातीय समाज के लोग रहते है, क्षेत्र के लोग उनकी बात को सुनेंगे.
इस मौके पर कृषि मंत्री बादल ने बताया कि गठबंधन सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में हुए कार्यां की जानकारी पार्टी नेतृत्व को दी गई, पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों की सराहना की है. उन्होंने बताया कि दिल्ली दौरे के क्रम में वे आंदोलनरत किसानों से भी मिलने गए और उन्हें नैतिक समर्थन बताते हुए कहा कि उनके द्वारा जिस आंदोलन की नींव रखी गई, अलख जगहायी गई है, वह झारखंड समेत देश के सुदूरवर्ती हिस्सों में भी फैल चुका है.
उन्हें बताया गया है कि किसान आंदोलन के समर्थन में संताल परगना में भी ट्रैक्टर रैली आयोजित की गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोगोंने हिस्सा लिया. इसलिए जो लोग यह दिभ्रमित करने का प्रयास कर रहे है कि यह आंदोलन कुछ हिस्से के किसान ही कर रहे है, यह बात पूरी तरह से गलत है. किसान नेता बताया कि जरूरत पड़ने पर वे झारखंड समेत देश भर के दूसरे हिस्सों में जाएंगे, यदि वे झारखंड आएंगे तो उनका जोरदार स्वागत किया जाएगा और जब तक केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए जारी डेथ वारंट को वापस नहीं ले लिया जाता है, तबतक यह आंदोलन जारी रहेगा.
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने बताया कि संताल परगना प्रमंडल की तरह ही हजारीबाग और पलामू प्रमंडल में भी ट्रैक्टर रैली आयोजित की जाएगी. इसे लेकर कर कांग्रेस कार्यालय रांची कल दिनांक चार फरवरी को अपराहन 12.30 बजे पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है जिसमें कार्यक्रम की सफलता को लेकर रणनीति बनाई जाएगी एवं तारीखों का ऐलान किया जाएगा एवं साथ ही साथ आगामी छह फरवरी को किसानों के द्वारा आहूत राष्टव्यापी चक्का जाम को सफल बनाने की रणनीति पर भी विचार विमर्श किया जाएगा.
इस बीच प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने संगठन में किसी भी प्रकार के फेरबदल से पूरी तरह से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि अलग राज्य गठन होने के बाद पहली बार कांग्रेस पार्टी ने डॉ. रामेश्वर उरांव एवं विधायक दल नेता आलमगीर आलम के नेतृत्व में पहली बार प्रचंड सफलता हासिल की है जबकि ठीक चुनाव के वक्त के चार चार पूर्व प्रदेश अध्यक्षों व विधायकों ने पार्टी छोड़कर चले गए थे.
ऐसी स्थिति में डॉ. रामेश्वर उरांव ने पूरी पार्टी को संगठित कर कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर चुनाव में बहुमत हासिल की. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी, संगठन प्रभारी केसीवेणुगोपाल, प्रभारी आरपीएनसिंह समेत तमाम नेताओं ने डॉ. रामेश्वर उरांव की सफलता के लिए विशेष रूप से धन्यवाद देते हुए संगठन को मजबूती के साथ कार्य करने का निर्देश दिया है.
गौरी रानी की रिपोर्ट