पटना : महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी से सटे, विजयनगर मैं स्थित रामस इमरजेंसी हॉस्पिटल का पटना मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर एवं प्रोफेसर जीके शरण द्वारा फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर भव्य उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं डॉक्टर (प्रो.) जीके शरण ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में हमारी जीवन शैली, रहन सहन, खानपान और वातावरण के कारण मानव जीवन बहुत सारे बीमारियों से ग्रसित भी होता जा रहा है लेकिन मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि असाध्य रोगों का इलाज संभव हो सका है. आज के समय में मॉडर्न लेबोरेटरीज की सुविधा से असाध्य रोगों का पता जल्द से लगाकर लेप्रोस्कोपिक तकनीक, रोबोटिक तकनीक से उसका इलाज संभव है.
बताते चलें कि रामस इमरजेंसी हॉस्पिटल की शुरुआत पटना के सुप्रसिद्ध तीन डॉक्टरों के द्वारा मिलकर किया गया है. जिसका उद्देश्य एक छत के नीचे सारी सुविधाएं उपलब्ध कराना है. जिसमें मुख्य रूप से हड्डी रोग से संबंधित, सर्जरी से संबंधित एवं हृदय रोग, शुगर, लीवर एवं लकवा से संबंधित बीमारियों का इलाज उचित दर पर उपलब्ध कराना है.
डायरेक्टर डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि हमारे हॉस्पिटल में हृदय रोग, फेफड़ा से संबंधित, शुगर, बीपी लीवर एवं लकवा से संबंधित बीमारियों का इलाज अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से किया जाएगा. डायरेक्टर एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राज नारायण यादव ने बताया कि हमारे अस्पताल में हड्डी रोग से संबंधित समस्त बीमारियों का इलाज उचित दर पर किया जाएगा. जिसमें मुख्यता फैक्चर, नी रिप्लेसमेंट, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट मुख्य रूप से हैं.
असिस्टेंट प्रोफेसर पावापुरी मेडिकल कॉलेज एवं डायरेक्टर राम इमरजेंसी हॉस्पिटल के डॉ. मनोज कुमार साव ने बताया कि सर्जरी के क्षेत्र में नई तकनीक से बिना चीर फाड़ के ऑपरेशन हो जाता है. जिससे पेशेंट को कम दर्द में एवं कम समय में बीमारी से मुक्ति मिल जाती है. वह जल्द ही अपने कार्य पर लौट सकता है.
उन्होंने कहा कि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, दूरबीन के द्वारा सर्जरी, जनरल सर्जरी इन सभी माध्यमों से गॉलब्लैडर, हर्निया, बच्चेदानी, किडनी स्टोन के ऑपरेशन की सुविधा हमारे इस अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध है. इस अवसर पर पटना के सुप्रसिद्ध डॉक्टरगण, गणमान्य अतिथिगण सहित अस्पताल के कर्मचारीगण उपस्थित थे.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट