पटना : बिहार विधानसभा के 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव नजदीक आ गई है. जिसको लेकर सरगर्मी भी तेज हो गई है. सभी नेता अपने-अपने बयान में जीत का दावा कर रहें हैं. वहीं महागठबंधन की लड़ाई रुकने का नाम नहीं ले रही है. बिहार विधानसभा के 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर लगातार महागठबंधन के दोनों दल कांग्रेस-राजद आमने-सामने है.
कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने दिल्ली में अपना बयान दिया था जिसमें उन्होंने कांग्रेस के अकेले 2 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की बात कही थी. इस लड़ाई की वजह यह है कि कुशेश्वरस्थान की सीट कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है लेकिन राजद ने वहां पर अपने उम्मीदवार उतार दिया था. जिसके बाद से कांग्रेस और राजद में टकराव देखने को मिल रहा है.
इस टकराव को लेकर कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि हमने जिन विचारधाराओं को हटाने के लिए गठबंधन किया था. राजद अब उसी विचारधारा में मिलने जा रही है. इस उपचुनाव में यह स्पष्ट नजर आ रहा है और उन्होंने राजद पर बड़ा आरोप लगा दिया और कहा कि अगर उन्हें हमारा समर्थन नहीं चाहिए तो उनको फिर कहां से समर्थन मिल रहा है.
भक्त चरण दास के इस विवादित बयान पर राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को राजद के प्यार और लालू जी के बलिदान की जरा भी समझ नहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भी कई राज्य में मुख्यमंत्री थे लेकिन लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करने का हिम्मत लालू जी ने दिखाया. वहीं उन्होंने भक्त चरण दास को यह नसीहत तक दे डाली कि बिहार की राजनीतिक और सामाजिक समझ ले ले रूम में बैठकर निर्णय लेने से काम नहीं चलेगा.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट